पटना: बिहार में लंबे समय से लॉकडाउन और कोरोना महामारी के कारण खेलकूद की गतिविधियां बंद थी. अब जाकर धीरे-धीरे खेलकूद की गतिविधि शुरू हो रही है. बिहार में खेल का बेहतर माहौल बनाने और खिलाड़ियों को उचित सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बिहार सरकार काफी तेजी से काम कर रही है.
कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री मंगल पांडेय इन दिनों काफी एक्टिव हैं. वह विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी काम का जायजा ले रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को काम में तेजी लाने का निर्देश दिया है. मंगल पांडेय ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि बिहार में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. प्रतिभा को और निखारने के लिए सरकार खिलाड़ियों को उचित व्यवस्था उपलब्ध करवाना चाहती है. इसके लिए लगातार काम चल रहा है. अब नेशनल और इंटरनेशनल स्तर का भी क्रिकेट मैच बिहार में हो सके और खिलाड़ियों को अधिक खेलने का मौका मिले इसके लिए भी विभाग लगातार काम कर रही है.
700 करोड़ रुपए की लागत से राजगीर में बन रहा स्टेडियम
मंगल पांडेय ने कहा "राजगीर में करीब 700 करोड़ रुपए की लागत से इंटरनेशनल लेवल का स्टेडियम बन रहा है. राजधानी पटना स्थित मोइनुल हक स्टेडियम को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाया जाएगा. इसके लिए अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं और ब्लूप्रिंट तैयार कर रहे हैं. इंटरनेशनल स्टेडियम में जो सुविधाएं मिलती हैं और यहां पर जिस मिट्टी का इस्तेमाल होता है इन सभी चीजों पर काम किया जा रहा है. 15 से 20 दिन के अंदर अगली बैठक होगी, जिसमें सभी बातें तय हो जाएंगी और काम शुरू किया जाएगा."
"पटना के मोइनुल हक स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों से भी बातचीत की जा रही है. उनसे राय मशविरा करने के बाद उसी हिसाब से आगे काम किया जाएगा. जल्द ही बिहार में दो-दो अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम उपलब्ध रहेंगे, जहां पर बड़े मैच हो सकेंगे. बिहार के खिलाड़ियों को खेलने का अधिक मौका भी मिलेगा."- मंगल पांडेय, मंत्री, कला संस्कृति एवं युवा विभाग