पटना: राजधानी के होटल मौर्य में कचरा प्रबंधन नियम 2016 पर दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी रहे. कार्यक्रम की शुरुआत में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा को 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई. 3 दिन के राजकीय शोक होने के कारण कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन और बुके से अतिथियों को सम्मानित नहीं किया गया.
दो दिवसीय 'कचरा प्रबंधन नियम कार्यशाला' का उद्घाटन, डिप्टी सीएम ने की स्वच्छता की अपील - पटना न्यूज
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि हमें कचरे को डस्टबिन में डालने की आदत डालनी चाहिए. इसलिए सरकार जगह-जगह पर गीले और सूखे कचरों के लिए अलग-अलग डस्टबिन लगा रही है.
कचरा प्रबंधन कार्यशाला
पटना: राजधानी के होटल मौर्य में कचरा प्रबंधन नियम 2016 पर दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी रहे. कार्यक्रम की शुरुआत में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा को 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई. 3 दिन के राजकीय शोक होने के कारण कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन और बुके से अतिथियों को सम्मानित नहीं किया गया.
Intro:राजधानी पटना के होटल मौर्य में कचरा प्रबंधन नियम 2016 पर दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन हुआ. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी रहे. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विभिन्न प्रकार के कचरों के बारे में लोगों को जानकारी देना और उनके निष्पादन के तरीकों को बताना है. कार्यक्रम की शुरुआत में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा के निधन पर उन्हें 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई. 3 दिन के राजकीय शोक होने के कारण कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन और बुके से अतिथियों को सम्मानित करने का काम नहीं हुआ.
Body:कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत का अभियान छेड़ा और लोगों ने इसे जन अभियान के तहत आचरण में उतारा और अब लोगों में पहले की तुलना में काफी साफ सफाई को लेकर जागरूकता आई है. सुशील मोदी ने कहा कि हमें कचरे को डस्टबिन में डालने की आदत डालनी चाहिए और इस आदत में सरकार आपकी सहयोग करें इसलिए सरकार ने जगह-जगह पर पटना में डस्टबिन लगाए हैं. गीले और सूखे कचरे के लिए अलग-अलग डस्टबिन लगाए गए हैं. उन्होंने अपील की कि अगर कोई कुछ खाता है तो उसके रैपर अपने पॉकेट में रख ले और जहां डस्टबिन दिखे वहां उसे डाल दे. उन्होंने कहा कि वन टाइम यूज प्लास्टिक मुक्त भारत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से लोगों से अपील की और सरकार 2 अक्टूबर से वन टाइम यूज प्लास्टिक के बैन करने जा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में पहले से ही 50 माइक्रोन से ज्यादा के पॉलीथिन बैन है और छापेमारी की कार्रवाई में बहुत सारे प्लास्टिक जब भी किए गए. उन्होंने कहा कि बिहार में बैन है और दूसरे राज्यों में बैन नहीं है जिस कारण प्रोडक्ट्स बिहार तक पहुंच जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि उसी प्रकार की चीजों का प्रयोग करें जिसे हम दोबारा रिसाइकल का उपयोग में ला सकें.
Conclusion:बिहार प्रदूषण बोर्ड के चेयरमैन एके घोष ने बताया कि सभी वेस्ट का नेचर अलग अलग होता है और उनका निष्पादन का तरीका भी अलग होता है. 6 प्रकार के कचरे होते हैं और जब तक हम अलग अलग उसका सेग्रिगेट नहीं करेंगे, उसका निष्पादन नहीं हो सकेगा. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है कि लोगों को जानकारी दिया जाए कि कितने प्रकार के वेस्ट होते हैं और उनका संचयन अलग-अलग कैसे होता है और उसका निष्पादन कैसे करें.
Body:कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत का अभियान छेड़ा और लोगों ने इसे जन अभियान के तहत आचरण में उतारा और अब लोगों में पहले की तुलना में काफी साफ सफाई को लेकर जागरूकता आई है. सुशील मोदी ने कहा कि हमें कचरे को डस्टबिन में डालने की आदत डालनी चाहिए और इस आदत में सरकार आपकी सहयोग करें इसलिए सरकार ने जगह-जगह पर पटना में डस्टबिन लगाए हैं. गीले और सूखे कचरे के लिए अलग-अलग डस्टबिन लगाए गए हैं. उन्होंने अपील की कि अगर कोई कुछ खाता है तो उसके रैपर अपने पॉकेट में रख ले और जहां डस्टबिन दिखे वहां उसे डाल दे. उन्होंने कहा कि वन टाइम यूज प्लास्टिक मुक्त भारत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से लोगों से अपील की और सरकार 2 अक्टूबर से वन टाइम यूज प्लास्टिक के बैन करने जा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में पहले से ही 50 माइक्रोन से ज्यादा के पॉलीथिन बैन है और छापेमारी की कार्रवाई में बहुत सारे प्लास्टिक जब भी किए गए. उन्होंने कहा कि बिहार में बैन है और दूसरे राज्यों में बैन नहीं है जिस कारण प्रोडक्ट्स बिहार तक पहुंच जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि उसी प्रकार की चीजों का प्रयोग करें जिसे हम दोबारा रिसाइकल का उपयोग में ला सकें.
Conclusion:बिहार प्रदूषण बोर्ड के चेयरमैन एके घोष ने बताया कि सभी वेस्ट का नेचर अलग अलग होता है और उनका निष्पादन का तरीका भी अलग होता है. 6 प्रकार के कचरे होते हैं और जब तक हम अलग अलग उसका सेग्रिगेट नहीं करेंगे, उसका निष्पादन नहीं हो सकेगा. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है कि लोगों को जानकारी दिया जाए कि कितने प्रकार के वेस्ट होते हैं और उनका संचयन अलग-अलग कैसे होता है और उसका निष्पादन कैसे करें.