पटना: बैंकों के निजीकरण के खिलाफ बैंक कर्मचारी आज से दो दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे. देशभर के बैंक कर्मचारी 15 और 16 मार्च को हड़ताल पर रहेंगे. आगामी हड़ताल को सफल बनाने के लिए राजधानी पटना में बैंक इम्प्लाइज फेडरेशन ने शनिवार को बैठक की. बैठक में बिहार के बैंककर्मी और अधिकारी शामिल हुए. आगामी दो दिवसीय हड़ताल को सफल बनाने को लेकर बैठक में मुख्य रूप से चर्चा की गई.
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राष्ट्रीयकृत बैंक के साथ-साथ ग्रामीण बैंक भी रहेंगे बंद
यूनियन बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के अध्यक्ष उपेंद्र कुमार ने बताया कि 1969 और 1980 में निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया. ताकि आम लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके, लेकिन वर्तमान सरकार फिर से बैंकों को निजी हाथों में सौंपना चाहती है. इससे ना सिर्फ आम लोगों को कठिनाई होगी, बल्कि बैंक कर्मियों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा. इसलिए बैंककर्मी सरकार के इस फैसले के खिलाफ हैं और आगामी 15 और 16 मार्च को देशभर के सभी राष्ट्रीयकृत बैंक के साथ-साथ ग्रामीण बैंक भी बंद रहेंगे.
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'निजीकरण के खिलाफ यह पहला चरण का आंदोलन होगा. आगामी 15 और 16 मार्च को देशभर के सभी सरकारी और ग्रामीण बैंक बंद रहेंगे. एटीएम भी पूरी तरीके से बंद रहेंगे. बैंकों की कोई भी सेवा नहीं चलेगी. हमारी कोई मांग नहीं है. हम बस यह चाहते हैं कि बैंकों का निजीकरण ना हो, क्योंकि अगर निजीकरण हुआ तो आम जनता को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा. इसके लिए कल पहले चरण का हड़ताल किया जाएगा. अगर सरकार नहीं मानी तो अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जाएगा'.-प्रियरंजन कुमार, महासचिव, बैंक एसोसिएशन