पटना: जेडीयू के विधायक शशिभूषण हजारी (Shashibhushan Hajari) का दिल्ली में गुरुवार को निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार थे और दिल्ली के गंगा राम अस्पताल (Ganga Ram Hospital) में उनका इलाज हो रहा था. उनके निधन से जेडीयू के साथ-साथ राजनीतिक जगत को क्षति हुई है. दिवंगत विधायक का पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट (Patna Airport) पहुंचा जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर (Guard of honour) दिया गया.
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दिवंगत विधायक को दी गई श्रद्धांजलि
आज पटना एयरपोर्ट पर दिवंगत विधायक को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष (Deputy Speaker) महेश्वर हजारी, वीआईपी पार्टी के विधायक मिश्री लाल यादव (Mishri Lal Yadav), पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह (Patna DM Chandrashekhar Singh), सीनियर एसपी उपेंद्र शर्मा सहित जदयू के कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
'दरभंगा जिला का मैं जिलाध्यक्ष से लेकर विधायक तक रह चुका हूं लेकिन सबसे लोकप्रिय शशिभूषण हजारी जी थे. निश्चित तौर पर अब ऐसा कार्यकर्ता हमें नहीं मिलेगा. हमने अपने कुशल नेतृत्व करने वाले कार्यकर्ता को खो दिया है. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करे.''- मिश्रीलाल यादव, विधायक, वीआईपी
कई बीमारियों से ग्रसित थे 'हजारी'
शशिभूषण हजारी कई बीमारियों से ग्रसित थे. वे हेपेटाइटिस बी की बीमारी से भी जूझ रहे थे. उनके लीवर में संक्रमण था. तबीयत खराब होने के बाद पिछले कई दिनों से उनका इलाज दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में चल रहा था, लेकिन उनकी तबीयत में किसी प्रकार का सुधार नहीं हो रहा था और गुरुवार की सुबह 3 बजकर 45 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली.
लगाया था जीत का हैट्रिक
2010 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट से चुनाव जीतने वाले शशिभूषण हजारी ने इस बार जीत का हैट्रिक लगाया था. वह बीजेपी छोड़कर जेडीयू में आए थे और 2015 के विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर चुनाव लड़ा था. 2015 के चुनाव में वो लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करने में सफल रहे थे जबकि 2020 के चुनाव में भी उन्होंने अपनी जीत को कायम रखा. साल 2010 के विधानसभा चुनाव में शशिभूषण हजारी ने लोक जनशक्ति पार्टी के दिवंगत नेता रामचंद्र पासवान को हराया था. वहीं 2015 के चुनाव में महागठबंधन की ओर से जदयू के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी.