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पटना: सरकारी मदद को तरस रहे किन्नर, लॉकडाउन में नहीं है कमाई का कोई जरिया - कोरोना न्यूज

पटना में लॉकडाउन के दौरान सरकार ने वादा किया कि सभी को खाना मिलेगा, लेकिन किन्नरों लॉकडाउन के दौरान खाना नहीं मिल रहा और न ही कोई सुविधा. लॉकडाउन की वजह से वैसे ही किन्नरों के पास कमाई का कोई जरिया नहीं है.

patna
किन्नर
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Published : Apr 4, 2020, 8:44 PM IST

Updated : Apr 5, 2020, 9:50 AM IST

पटना: लॉकडाउन के दौरान सरकार और प्रशासन जरूरतमंद तबके को लगातार मदद पहुंचा रहा है लेकिन किन्नर समाज को अभी तक कोई मदद नहीं मिल पाई है. समाज के तमाम वर्ग के लोगों को बिहार सरकार की ओर से मदद पहुंचाई जा रही है.

हर दिन मुख्यमंत्री खुद डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर और अनाज बांटने के कार्यों का जायजा ले रहे हैं. इन सबके बावजूद किन्नरों को अभी तक कोई सरकारी मदद नहीं मिल पाई है.

अपनी बात रखती हुई किन्नर.

अन्य सभी को मिल रही सरकारी मदद
ईटीवी भारत से बात करते हुए दोस्ताना सफर की सचिव रेशमा ने बताया कि वे खुद बिहार के कई जिलों में किन्नरों की मदद के लिए सामाजिक संस्थाओं से गुहार लगा रही हैं. पटना में भी कभी किसी कॉलेज तो कभी किसी अन्य सामाजिक संस्था की मदद से किन्नरों को अनाज और दैनिक जरूरत की चीजें उपलब्ध कराई जा रही हैं लेकिन सरकार या प्रशासन की तरफ से अब तक किन्नरों की कोई सुध नहीं ली गई है. कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से समाज के गरीब तबके के लिए दैनिक जरूरत की वस्तुएं और अनाज का जुगाड़ करना बेहद मुश्किल हो गया है.

patna
परेशान किन्नर.

किन्नरों को नहीं मिल रही मदद
हर दिन कमाने और खाने वाले किन्नर भी ऐसी ही समस्याओं से जूझ रहे हैं लेकिन अब तक उन्हें सरकार या प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिल पाई है. अब देखना है कि किन्नरों की आवाज कब तक प्रशासन के कानों तक पहुंचती है.

patna
परेशान किन्नर.

पटना: लॉकडाउन के दौरान सरकार और प्रशासन जरूरतमंद तबके को लगातार मदद पहुंचा रहा है लेकिन किन्नर समाज को अभी तक कोई मदद नहीं मिल पाई है. समाज के तमाम वर्ग के लोगों को बिहार सरकार की ओर से मदद पहुंचाई जा रही है.

हर दिन मुख्यमंत्री खुद डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर और अनाज बांटने के कार्यों का जायजा ले रहे हैं. इन सबके बावजूद किन्नरों को अभी तक कोई सरकारी मदद नहीं मिल पाई है.

अपनी बात रखती हुई किन्नर.

अन्य सभी को मिल रही सरकारी मदद
ईटीवी भारत से बात करते हुए दोस्ताना सफर की सचिव रेशमा ने बताया कि वे खुद बिहार के कई जिलों में किन्नरों की मदद के लिए सामाजिक संस्थाओं से गुहार लगा रही हैं. पटना में भी कभी किसी कॉलेज तो कभी किसी अन्य सामाजिक संस्था की मदद से किन्नरों को अनाज और दैनिक जरूरत की चीजें उपलब्ध कराई जा रही हैं लेकिन सरकार या प्रशासन की तरफ से अब तक किन्नरों की कोई सुध नहीं ली गई है. कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से समाज के गरीब तबके के लिए दैनिक जरूरत की वस्तुएं और अनाज का जुगाड़ करना बेहद मुश्किल हो गया है.

patna
परेशान किन्नर.

किन्नरों को नहीं मिल रही मदद
हर दिन कमाने और खाने वाले किन्नर भी ऐसी ही समस्याओं से जूझ रहे हैं लेकिन अब तक उन्हें सरकार या प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिल पाई है. अब देखना है कि किन्नरों की आवाज कब तक प्रशासन के कानों तक पहुंचती है.

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परेशान किन्नर.
Last Updated : Apr 5, 2020, 9:50 AM IST
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