पटना: गर्मियों में संजय गांधी जैविक उद्यान में सैलानियों का जमावड़ा लगा है. जैविक उद्यान में दर्शकों की संख्या बढ़ गई हैं. सप्ताह के अंत के दिन यहां अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा भीड़ उमड़ती है.
बीते रविवार को पटना और आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग चिड़ियाघर पहुंचे थे. लोग यहां बच्चों और परिवार वालों के साथ दिखे. गर्मी अधिक होने के कारण जानवर और पक्षी छांव में सुस्ताते नजर आए. जू-प्रशासन सैलानियों की सहूलियत और मनोरंजन के लिए कई प्रयोग करने में लगा है.
बच्चों-वयस्कों को लिए अलग-अलग शुल्क
लोगों को लुभाने के लिए थ्री डी थिएटर, ट्रैकलेस ट्रेन शुरु किया गया है. यह ट्रैकलेस ट्रेन बच्चों से लेकर बड़ों तक के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. 20-20 सीट की दो बोगियों वाली बच्चों की छुक-छुक गाड़ी चल रही है. बच्चे इस पर चढ़कर जू में खूब मस्ती करते नजर आ रहे हैं. यह ट्रेन पूरी तरह ट्रैकलेस और यह सड़क मार्ग से चलती है. इसके लिए जू प्रशासन ने अलग से शुल्क भी रखा है. वयस्कों के लिए शुल्क 30 रुपये और बच्चों के लिए 20 रुपये शुल्क रखा गया है. ट्रैकलेस टॉय ट्रेन मुख्य सड़क से वनस्पति क्षेत्रों में चल रही है.
सहूलियत के लिए दोबारा शुरु किया गया संचालन
फिलहाल इस ट्रेन से शेर, बाघ, गेंडा नहीं देखा जा सकता. इस ट्रेन को गुजरात के वलसाड से मंगाया गया है. यह ट्रैकलेस टॉय ट्रेन बैटरी से संचालित है. बहरहाल, साल 2015 के मध्य से शिशु रेल का परिचालन बंद हो गया था. पटरी पर चलने वाली शिशु रेल से आवाज निकलने के कारण वन्य प्राणियों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ने के कारण इस पर रोक लगाया गया था. उसके बाद से लोगों की ओर से शिशु रेल चलाने की लगातार मांग की जा रही थी. जिसको लेकर जो प्रशासन ने अपनी सक्रियता दिखाई और ट्रैकलेस ट्रेन का परिचालन शुरू किया.