- बिहार में मिले ब्लैक फंगस के 39 नए मामले, मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 174
बिहार में कोरोना हर जगह तबाही मचा रखी है. ये तबाही अभी थमी भी नहीं थी कि अब एक और नई मुसीबत ने बिहार में दस्तक दे दी है. कोरोना महामारी के बाद अब राज्य में 'ब्लैक फंगस' बीमारी के भी मरीज मिलने शुरू हो गए हैं. जो प्रदेश में महामारी का रूप ले रही है. पढ़ें पूरी खबर... - खुलासा: BJP ने बिहार चुनाव में स्टार प्रचारकों के लिए विमान पर खर्च कर डाले करोड़ों
बीजेपी ने वर्ष 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में अपने केंद्रीय मुख्यालय के खातों से लगभग 26.7 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा, राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ जैसे स्टार प्रचारकों की यात्रा के लिए चार्टर्ड विमानों पर 24.07 करोड़ रुपये खर्च हुए. - स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी, कब तक शिक्षक अभ्यर्थियों को टरकाएंगे नीतीश जी?
बिहार में वर्ष 2019 में 1,20,000 से ज्यादा प्राथमिक, मध्य और माध्यमिक, उच्च माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया शुरू हुई थी. लेकिन 2 साल के बाद भी यह नियोजन का कार्य पूरा नहीं हो पाया है. - तेजस्वी के आवास पर बने कोविड केयर सेंटर को नहीं लेगी सरकार, नेता प्रतिपक्ष को मंगल पांडे ने दिया ये जवाब
तेजस्वी यादव द्वारा सीएम को लिखे गये पत्र का जवाब एक दिन पहले ही मंत्री विजेंद्र यादव ने दिया था. अब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने भी पत्र लिखकर तेजस्वी यादव को जवाब दे दिया है. इसमें कहा गया है कि आपके सरकारी आवास का कोविड केयर सेंटर सरकार नहीं लेगी. - 'फ्रंटलाइन वर्कर्स' से कम नहीं डिलीवरी बॉय, कोरोना काल में भी घर-घर पहुंचा रहे गैस सिलेंडर
कोरोना संक्रमण के दौरान जब सभी अपने घरों पर थे तो एक तबका ऐसा भी था जो लोगों की मदद कर रहा था. अगर ये मदद ना करते तो लोगों के घरों में खाना नहीं बनता. जी हां हम बात कर रहे हैं सिलेंडर डिलीवरी ब्वॉय की. कैसे इन लोगों ने पटनावासियों की मदद की आगे पढ़ें... - पटना में युवक की गोली मारकर हत्या
राजधानी पटना में एक बार फिर अपराधी बेलगाम होने लगे हैं. बीती रात अपराधियों ने एक अज्ञात युवक की गोली मारकर हत्या कर दी. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. - कोरोना मरीजों के लिए साइलेंट किलर है हैप्पी हाइपोक्सिया, युवा अधिक हो रहे शिकार
कोरोना का शिकार होने वाले मरीजों के लिए हैप्पी हाइपोक्सिया नाम की बीमारी जानलेवा साबित हो रही है. युवा इसके अधिक शिकार हो रहे हैं. इस बीमारी में मरीज के शरीर का ऑक्सीजन सैचुरेशन तेजी से गिरता है, जिसके चलते उसे बचा पाना कठिन होता है. - काम की तलाश में भटक रहे प्रवासी, मुख्यमंत्री से पूछ रहे- कहां गया आपका वादा?
कोरोना महामारी के कारण काम-धंधा बंद होने के चलते बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों को बिहार लौटना पड़ा है. बिहार सरकार ने दावा किया था कि घर लौट रहे मजदूरों को अपने राज्य में ही काम मिलेगा. मजदूरों ने काम पाने के लिए रजिस्ट्रेशन भी कराया, लेकिन उन्हें इसका लाभ नहीं मिला है. - कोरोना ने छीना आश्रितों और बुजुर्गों का सहारा, लेकिन सरकार के पास नहीं इनके लिए कोई बड़ी योजना
कोरोना काल में कई परिवारों के कमाने वाले लोगों की मौत हो जाने से आश्रित बच्चों और बुजुर्गों को खासी परेशानी हो रही है. कई राज्यों ने इनके आंसू पोंछने के लिए बड़ी योजनाओं का पैकेज बनाया है, लेकिन बिहार इस मामले में अभी काफी पीछे है. पढ़िए ये रिपोर्ट... - स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों के कारण पटना में तेजी से घटे कोरोना के मामले - सिविल सर्जन
राजधानी पटना में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से कम हो रही है. मरीजों की संख्या में आई कमी का श्रेय श्रेय सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों काे दिया है..
TOP 10 @ 9 AM: जानें बिहार की अब तक की बड़ी खबरें
बिहार में कोरोना हर जगह तबाही मचा रखी है. ये तबाही अभी थमी भी नहीं थी कि अब एक और नई मुसीबत ने बिहार में दस्तक दे दी है. कोरोना महामारी के बाद अब राज्य में 'ब्लैक फंगस' बीमारी के भी मरीज मिलने शुरू हो गए हैं. जो प्रदेश में महामारी का रूप ले रही है. पढ़ें पूरी खबर...
पटना
- बिहार में मिले ब्लैक फंगस के 39 नए मामले, मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 174
बिहार में कोरोना हर जगह तबाही मचा रखी है. ये तबाही अभी थमी भी नहीं थी कि अब एक और नई मुसीबत ने बिहार में दस्तक दे दी है. कोरोना महामारी के बाद अब राज्य में 'ब्लैक फंगस' बीमारी के भी मरीज मिलने शुरू हो गए हैं. जो प्रदेश में महामारी का रूप ले रही है. पढ़ें पूरी खबर... - खुलासा: BJP ने बिहार चुनाव में स्टार प्रचारकों के लिए विमान पर खर्च कर डाले करोड़ों
बीजेपी ने वर्ष 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में अपने केंद्रीय मुख्यालय के खातों से लगभग 26.7 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा, राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ जैसे स्टार प्रचारकों की यात्रा के लिए चार्टर्ड विमानों पर 24.07 करोड़ रुपये खर्च हुए. - स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी, कब तक शिक्षक अभ्यर्थियों को टरकाएंगे नीतीश जी?
बिहार में वर्ष 2019 में 1,20,000 से ज्यादा प्राथमिक, मध्य और माध्यमिक, उच्च माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया शुरू हुई थी. लेकिन 2 साल के बाद भी यह नियोजन का कार्य पूरा नहीं हो पाया है. - तेजस्वी के आवास पर बने कोविड केयर सेंटर को नहीं लेगी सरकार, नेता प्रतिपक्ष को मंगल पांडे ने दिया ये जवाब
तेजस्वी यादव द्वारा सीएम को लिखे गये पत्र का जवाब एक दिन पहले ही मंत्री विजेंद्र यादव ने दिया था. अब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने भी पत्र लिखकर तेजस्वी यादव को जवाब दे दिया है. इसमें कहा गया है कि आपके सरकारी आवास का कोविड केयर सेंटर सरकार नहीं लेगी. - 'फ्रंटलाइन वर्कर्स' से कम नहीं डिलीवरी बॉय, कोरोना काल में भी घर-घर पहुंचा रहे गैस सिलेंडर
कोरोना संक्रमण के दौरान जब सभी अपने घरों पर थे तो एक तबका ऐसा भी था जो लोगों की मदद कर रहा था. अगर ये मदद ना करते तो लोगों के घरों में खाना नहीं बनता. जी हां हम बात कर रहे हैं सिलेंडर डिलीवरी ब्वॉय की. कैसे इन लोगों ने पटनावासियों की मदद की आगे पढ़ें... - पटना में युवक की गोली मारकर हत्या
राजधानी पटना में एक बार फिर अपराधी बेलगाम होने लगे हैं. बीती रात अपराधियों ने एक अज्ञात युवक की गोली मारकर हत्या कर दी. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. - कोरोना मरीजों के लिए साइलेंट किलर है हैप्पी हाइपोक्सिया, युवा अधिक हो रहे शिकार
कोरोना का शिकार होने वाले मरीजों के लिए हैप्पी हाइपोक्सिया नाम की बीमारी जानलेवा साबित हो रही है. युवा इसके अधिक शिकार हो रहे हैं. इस बीमारी में मरीज के शरीर का ऑक्सीजन सैचुरेशन तेजी से गिरता है, जिसके चलते उसे बचा पाना कठिन होता है. - काम की तलाश में भटक रहे प्रवासी, मुख्यमंत्री से पूछ रहे- कहां गया आपका वादा?
कोरोना महामारी के कारण काम-धंधा बंद होने के चलते बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों को बिहार लौटना पड़ा है. बिहार सरकार ने दावा किया था कि घर लौट रहे मजदूरों को अपने राज्य में ही काम मिलेगा. मजदूरों ने काम पाने के लिए रजिस्ट्रेशन भी कराया, लेकिन उन्हें इसका लाभ नहीं मिला है. - कोरोना ने छीना आश्रितों और बुजुर्गों का सहारा, लेकिन सरकार के पास नहीं इनके लिए कोई बड़ी योजना
कोरोना काल में कई परिवारों के कमाने वाले लोगों की मौत हो जाने से आश्रित बच्चों और बुजुर्गों को खासी परेशानी हो रही है. कई राज्यों ने इनके आंसू पोंछने के लिए बड़ी योजनाओं का पैकेज बनाया है, लेकिन बिहार इस मामले में अभी काफी पीछे है. पढ़िए ये रिपोर्ट... - स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों के कारण पटना में तेजी से घटे कोरोना के मामले - सिविल सर्जन
राजधानी पटना में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से कम हो रही है. मरीजों की संख्या में आई कमी का श्रेय श्रेय सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों काे दिया है..