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पटनाः 3 दिवसीय नाट्य उत्सव का आयोजन, पहले दिन 'गगन घटा घरानी' का मंचन - तीन दिवसीय रंगलीला नाट्य उत्सव

बिहार आर्ट थियेटर में तीन दिवसीय रंगलीला नाट्य उत्सव का आयोजन चल रहा है. शनिवार को निर्माण कला मंच पटना के द्वारा नाटक 'गगन घटा घरानी' का मंचन किया गया.

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Published : Jan 23, 2021, 3:17 PM IST

पटना: राजधानी स्थित बिहार आर्ट थियेटर में तीन दिवसीय रंगलीला नाट्य उत्सव का आयोजन किया गया. उत्सव के पहले दिन शनिवार को निर्माण कला मंच पटना के द्वारा नाटक 'गगन घटा घरानी' का मंचन किया गया.

समाज को आईना दिखाते थे कबीर
सुमन कुमार द्वारा लिखित संत कबीर के व्यक्तित्व पर आधारित नाटक का मंचन कलाकारों ने बखूबी किया. इस नाटक में गीत के माध्यम से कलाकारों ने प्रस्तुति दी और कबीर के जीवन दर्शन और उनके कार्यों को नाटक में दर्शाया. नाटक में दिखाया गया कि कबीर का जीवन दर्शन समाज को आईना दिखाने का काम करता है. कबीर हमेशा से सत्ता और धर्म में छिपे अंधविश्वास को उजागर करते थे.

ये भी पढ़ेंः बिहार में दिल दहला देने वाली वारदात: हाथ-पैर बांधकर पीटा, फिर आंख में फेविकॉल डालकर की हत्या

ईश्वर के प्रति हो सच्ची निष्ठा
जब कभी सत्ता द्वारा जनता का शोषण होता तब कबीर उसके खिलाफ आवाज उठाते. कबीर के दोहे और उनकी उल्टी वाणीयों से नाटक को पिरोया गया था. सत्ता, लालच को त्याग कर प्रेम, भाईचारे और ईश्वर के प्रति सच्ची निष्ठा रखनी चाहिए.

पटना: राजधानी स्थित बिहार आर्ट थियेटर में तीन दिवसीय रंगलीला नाट्य उत्सव का आयोजन किया गया. उत्सव के पहले दिन शनिवार को निर्माण कला मंच पटना के द्वारा नाटक 'गगन घटा घरानी' का मंचन किया गया.

समाज को आईना दिखाते थे कबीर
सुमन कुमार द्वारा लिखित संत कबीर के व्यक्तित्व पर आधारित नाटक का मंचन कलाकारों ने बखूबी किया. इस नाटक में गीत के माध्यम से कलाकारों ने प्रस्तुति दी और कबीर के जीवन दर्शन और उनके कार्यों को नाटक में दर्शाया. नाटक में दिखाया गया कि कबीर का जीवन दर्शन समाज को आईना दिखाने का काम करता है. कबीर हमेशा से सत्ता और धर्म में छिपे अंधविश्वास को उजागर करते थे.

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ईश्वर के प्रति हो सच्ची निष्ठा
जब कभी सत्ता द्वारा जनता का शोषण होता तब कबीर उसके खिलाफ आवाज उठाते. कबीर के दोहे और उनकी उल्टी वाणीयों से नाटक को पिरोया गया था. सत्ता, लालच को त्याग कर प्रेम, भाईचारे और ईश्वर के प्रति सच्ची निष्ठा रखनी चाहिए.

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