पटना: आरजेडी की ओर से राज्यसभा की दो सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया गया है. प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने आरजेडी कोटे से दो नाम का एलान किया है. प्रेमचंद गुप्ता और एडी सिंह के नाम पर पार्टी की ओर से मुहर लगी है. बता दें कि आरजेडी कोटे से बिहार में राज्यसभा की दो सीटें खाली हो रही है.
आज 11 बजे भरेंगे पर्चा
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बुधवार को पार्टी के राज्यसभा के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि पार्टी प्रेमचंद गुप्ता और एडी सिंह को राज्यसभा भेजेगी. इन दोनों के नाम का चयन आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने किया है. उन्होंने कहा कि प्रेमचंद गुप्ता अभी भी राज्यसभा के सदस्य हैं और एडी सिहं एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं. वो लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं. दोनों उम्मीदवार आज 11 बजे पर्चा भरेंगे.
तेजस्वी ने क्या कहा था
बुधवार को पार्टी के राज्यसभा कैंडिडेट के बारे में बात करते हुए तेजस्वी ने कहा था कि जब नॉमिनेशन होंगे तब आप लोगों को भी सब पता चल जाएगा. उन्होंने यह भी कहा था कि पार्टी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को इस फैसले के लिए अधिकृत किया है. उनका निर्णय ही सबको मान्य होगा.
कांग्रेस ने RJD के लिए छोड़ी राज्यसभा की सीट
इससे पहले, कांग्रेस ने बुधवार तक अपने किसी उम्मीदवार का नाम केंद्रीय नेतृत्व के पास नहीं भेजा. ऐसे में कांग्रेस ने अघोषित तौर पर राज्यसभा की एक सीट पर अपना दावा वापस ले लिया. इसी के साथ यह तय हो गया कि राज्यसभा की बिहार से भरी जाने वाली पांच सीटों में से दो पर आरजेडी के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे.
शक्ति सिंह गोहिल ने लिखा था पत्र
बता दें कि बिहार में राज्यसभा की सीट को लेकर कांग्रेस और राजद में तनातनी तेज हो गई थी. कांग्रेस को गठबंधन में राज्यसभा की एक सीट नहीं मिलती देख कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने पत्र लिखकर राजद को याद दिलाया है कि वह अपने वादे को पूरा करे. राजद को लिखे पत्र में गोहिल ने कहा है कि 'एक अच्छे आदमी का कर्तव्य होता है कि जान जाए लेकिन वचन न जाए. आशा है कि राजद अपने वादे को निभाएगा.'
गोहिल का पत्र सार्वजनिक होते ही महागठबंधन में घमासान की बात खुलकर सामने आ गई. दरअसल, राजद अपने दो प्रत्याशी देना चाहता था. जबकि कांग्रेस, अपने बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल या पार्टी नेता शत्रुघ्न सिन्हा के लिए एक सीट पर दावा कर रही थी. खास बात यह है कि इस बार राज्यसभा सीट पर फैसला लालू प्रसाद को करना था.
कांग्रेस को 1 सीट देने कि हुई थी बात
कांग्रेस के मुताबिक, लोकसभा चुनाव के वक्त राजद ने कांग्रेस को नौ सीटों के अतिरिक्त राज्यसभा की भी एक सीट का आश्वासन दिया था. कांग्रेस के पास दो प्रमुख दावेदार थे. शक्ति सिंह गोहिल और शत्रुघ्न सिन्हा. इन्हीं दोनों को आगे कर कांग्रेस की कोशिश राजद से एक सीट लेने की थी.
इस बीच, राजद की ओर से भी दबाव की राजनीति जारी थी. इंकार की पृष्ठभूमि बनाई जा रही थी. इधर, राजद ने ऐलान कर दिया था कि 12 मार्च को उसके दोनों प्रत्याशी एक साथ नामांकन करेंगे.