पटना: राजधानी में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए पटना में पुलिसकर्मियों की थर्मल स्क्रिनिंग शुरू हो गई है. ये पुलिस वाले पटना के विभिन्न इलाके में पिछले 42 दिनों से लागू लॉकडाउन के बाद अनवरत रूप से ड्यूटी कर रहे थे. बता दें कि इसको लेकर पिछले दिनों बिहार डीजीपी ने पुलिसकर्मियों की हेल्थ को लेकर चिंता जताई थी.
ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की हो रही स्कैनिंग
डीजीपी के आदेश के बाद पटना में पुलिसकर्मियों की थर्मल स्कैनिंग शुरू हुई. बिहार म्यूजियम के पास ड्यूटी कर रहे सभी ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की थर्मल स्क्रिनिंग स्वास्थ विभाग के द्वारा कराई जा रही है. बता दें कि इससे पहले डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा था कि सिपाही से लेकर ऊपर तक के पदाधिकारी, चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी कोरोना से रोकथाम के लिए लड़ रहे हैं. अपनी जान को हथेली पर रखकर के ये कर्मी दिन-रात धूप में, सुबह से शाम तक अपने कर्तव्यों का निर्वाहन कर रहे हैं. पटना के कई इलके को हॉटस्पॉट इलाके के रूप में चिन्हित किया गया है. इस इलाके में तैनात पुलिस कर्मियों को संक्रमण का खतरा है. इसलिए इन सभी कर्मियों की सेहत की जांच हमारी जिम्मेदारी है.
क्या है थर्मल स्क्रिनिंग?
थर्मल स्कैनर एक ऐसा उपकरण है, जिसके माध्यम से कोरोना वायरस या फिर ऐसे ही किसी अन्य रोग से ग्रस्त व्यक्ति की पहचान की जा सकती है. यह उपकरण शरीर का तापमान अधिक होने पर तुरंत इसकी जानकारी देता है. थर्मल स्कैनर एक इंफ्रारेड कैमरे की तरह काम करता है. इस स्कैनर के जरिए गुजरने वाले व्यक्ति के शरीर में मौजूद विषाणु इंफ्रारेड तस्वीरों में दिखाई पड़ते हैं. विषाणुओं की संख्या अधिक या खतरनाक स्तर पर होने पर व्यक्ति के शरीर का तापमान भी बढ़ जाता है.
बिहार में बढ़ा रहा कोरोना संक्रमण के आंकड़े
बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. मंगलवार को सीवान से एक और मामला सामने आने के बाद कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 529 हो गई है. राज्य में अब तक 27,738 से ज्यादा नमूनों की जांच हो चुकी है. कुल स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या 127 है. जबकि पूरे राज्य में संक्रमम के कारण 4 की मौत हो चुकी है.