पटना: लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर चीन और भारत के सैनिकों में हुई हिंसक झड़प में एक कर्नल समेत 20 जवान शहीद हो गए. वहीं, जिले के चकफतेह गांव के रहने वाले शहीद जवान जय किशोर सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाया गया. शहीद को देखने के लिए हजारों की संख्या में गांव वाले पहुंचे.
बता दें कि शहीद जय किशोर सिंह के पार्थिव शरीर को उनके घर के दरवाजे पर रखा गया. जहां उसके माता-पिता समेत सभी परिजनों के दर्शन के बाद शव को महनार के गणिनाथ घाट ले जाया गया. इस दौरान हजारों की संख्या में लोग शव यात्रा में शामिल हुए. इस दौरान शहीद जय किशोर अमर रहे के नारों से पूरा इलाका गुंज रहा था. साथ ही गणिनाथ घाट पर उमड़े जन सैलाब को संभालना पुलिस के लिए काफी मुश्किल हो रहा था.
कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
गणिनाथ घाट पर बिहार सरकार के मंत्री नंदकिशोर यादव, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, महनार और हाजीपुर के विधायक समेत दर्जनों नेताओं ने शहीद को श्रद्धांजलि दी. शहीद जवान के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण किया. उसके बाद बिहार बटालियन के जवानों ने फायरिंग कर शहीद जवान को सलामी दी. जिसके बाद शहीद जवान के पिता राजकपूर सिंह से उसे मुख्यग्नि दी.