पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) की जनता जरबार ( Janta Darbar ) के बाहर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हैं. जमीन विवाद से संबंधित मामले लेकर लोग पहुंच रहे हैं. कई मामलों में जमीन विवाद में दुष्कर्म और मारपीट तक करने की शिकायतों को लेकर पहुंचे. कई मामले दिल दहला देनेवाले थे. लखीसराय ( Lakhisarai ) से पहुंची एक फरियादी ने कहा, मेरी बेटी के साथ दुष्कर्म किया. मेरे पति और बेटे को किडनैप कर कहीं रख दिया है. जमीन नहीं दिया तो उन लोगों ने हमारे साथ ऐसा किया.
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लखीसराय से पहुंची एक फरियादी ने ऐसा दर्दनाक कहानी सुनाया कि आसपास के लोग भी हैरत में पड़ गए. उसका कहना था कि मेरे पति और बेटे को पिछले एक साल से जमीन के लिए दबंगों ने किडनैप कर रखा है. विकलांग बेटी के साथ दुष्कर्म भी किया. थाना पहुंचे तो थाना में कोई सुन नहीं रहा है.
फरियादी किसी तरह मुख्यमंत्री से मिलना चाहती है. उन्हें अपनी समस्या बताना चाहती है. लेकिन काफी देर से रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका था. थोड़ी देर बाद नियंत्रण कक्ष में कार्यरत कर्मियों ने रजिस्ट्रेशन करा दिया और अंदर तक ले जाने तक का जिम्मा ले लिया.
एक और मामला शेखपुरा जिले का है, वहां से रांजी राय जमीन की समस्या को लेकर पहुंचे हैं. दबंगों ने इनकी जमीन को कई सालों से कब्जा कर रखा है. पिछले 10 सालों से पुलिस और प्रशासन के बढ़िया अधिकारियों का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है. अब मुख्यमंत्री से इन्हें उम्मीद है कि न्याय मिलेगा.
बता दें कि ऐसे एक नहीं बल्कि कई मामले हैं, जिसमें दबंगों ने गरीबों की जमीन पर कब्जा कर रखा है. स्थानीय जनप्रतिनिधि और पुलिस की मिलीभगत से उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. थाना पुलिस से लेकर वरीय अधिकारी और कोर्ट तक चक्कर लगा रहे हैं.
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बता दें कि महीने के पहला सोमवार को सीएम नीतीश गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान भूतत्व विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतें सुन रहे हैं. जनता दरबार का कार्यक्रम 11 बजे से चल रहा है.
कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में सीमित संख्या में लोगों को बुलाने के निर्देश दे रखे हैं और 200 के आसपास ही लोग जनता दरबार कार्यक्रम में बुलाए जा रहे हैं. जिन्हें जनता दरबार में बुलाया जा रहा है, उनका कोरोना टेस्ट करने के साथ उनका वैक्सीनेशन भी किया जएगा. जनता दरबार में आने वाले लोगों को पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है और फिर जिला प्रशासन की टीम उन्हें लेकर जनता दरबार पहुंचती है.