पटना: जिले के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र स्थित पारस अस्पताल हमेशा विवादों में घिरा रहता है. पारस अस्पताल में अपना इलाज कराने के दरमियान बिहार के पूर्व मंत्री श्याम रजक की पीठ जलने से फोड़े निकल गए. जिसपर मंत्री श्याम रजक ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज कराया है.
मंत्री श्याम रजक पिछले 4 दिनों से पारस हॉस्पिटल में भर्ती थे. वह अपना इलाज करवा रहे थे. इलाज के दौरान डॉक्टर ने मरीज श्याम रजक को फिजियोथैरेपी ट्देरीटमेन्ट की जरूरत पड़ी. लेकिन ज्यादा देर फिजियोथैरेपी देने से मंत्री जी की पीठ पर फोड़े पड़ गए. हालांकि मंत्री श्याम रजक ने डॉक्टरों व नर्सों को बुलाने की कोशिश भी की. लेकिन किसी के नहीं आने के कारण फिजियोथैरेपी ट्रीटमेंट इस्तमाल ज्यादा देर तक हो गया, जिससे उनकी पीठ जल गई.
अस्पताल के खिलाफ एफआईआर दर्ज
मंत्री श्याम रजक ने इस बाबत अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ पटना के शास्त्री नगर थाना में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है. वहीं एसपी प्रान्तोष कुमार दास ने संज्ञान लेते हुए कहा कि मंत्री जी को जरूरत से ज्यादा फिजियोथैरेपी ट्रीटमेंट देने से उनके पीठ पर फोड़े निकल गए हैं. उन्होंने कहा कि यह अनुसंधान का विषय है. इसकी जांच की जा रही है. दोषी पाए गए लोगों पर सख्त कार्यवाई की जाएगी.
राजेश्वरी अस्पताल में शिफ्ट में मंत्री
घटना के बाद श्याम रजक पारस अस्पताल को छोड़कर राजेश्वरी अस्पताल में शिफ्ट हो गए हैं. फिलहाल उनका इलाज पटना के राजेन्द्र नगर स्थित राजेश्वरी अस्पताल में चल रहा है. मंत्री श्याम रजक खुद को वहां सुरक्षित महसूस कर रहे है.
फिजियोथैरेपी क्या होता है?
बता दें कि फिजियोथैरेपी ट्रीटमेंट शरीर की सेकाई के लिए की जाती है. इसमें बदन पर हॉट पैड लगाया जाता है जिससे शरीर को गर्माहट मिल सके. साधाराण तौर पर इसका इस्तमाल 1 से 2 घंटे के लिए किया जाता है. लेकिन अगर इस ट्रीटमेंट का ज्यादा देर तक उपयोग किया जाए तो गर्मी से शरीर जलना शुरु हो जाता है. जिससे गर्मी से फोड़ा होना शुरु हो जाता है.