पटना: बिहार की राजधानी पटना में टीईटी अभ्यर्थियों ने नई शिक्षक नियमावली को लेकर गुरुवार को सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन (TET candidates protested in Patna ) किया. शिक्षक नियोजन को लेकर सरकार ने नई शिक्षक नियमावली को मंजूरी दे दी है. इसके बाद से ही शिक्षक अभ्यर्थियों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. गुरुवार को पटना के कारगिल चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का पुतला दहन किया गया. नई भर्ती भी इसी नियमावली के तहत होगी, लेकिन अब एसटीईटी अभ्यर्थियों ने इस नई नियमावली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
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टीईटी अभ्यर्थियों ने मुर्दाबाद के लगाए नारे: नई शिक्षक नियमावली को लेकर एसटीईटी और बीटीईटी अभ्यार्थी में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. करगिल चौक पर अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. एसटीईटी और बीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने बताया कि अगर सरकार यह नियमावली वापस नहीं लेती है तो उसके खिलाफ मोर्चा खोलेंगे और बिहार के हर जिले में इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा. नई नियमावली के तहत नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा पाने के लिए फिर से परीक्षा देनी होगी.
चुनाव में घूम-घूमकर सरकार के खिलाफ करेंगे प्रचारः इन लोगों ने साफतौर से बताया कि हम लोग जीवन भर परीक्षा नहीं देते रहेंगे. जब यह नियमावली लाना ही था तो फिर टीईटी की परीक्षा क्यों ली गई. सरकार इसे अविलंब वापस ले. अन्यथा आंदोलन और तेज होगा. साथ ही 2024 के चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि हम लोग गांव-गांव घूम कर इनके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे और कहेंगे कि यह वही सरकार है जिन्होंने आपके बेटे को नौकरी नहीं दी.
"हमलोग एसटीईटी और बीटीईटी परीक्षा पास कर के पिछले चार साल से नियोजन का इंतजार कर रहे हैं और अब नई नियमावली लाकर फिर से परीक्षा देने की मनमानी नहीं चलेगी. अगर टीईटी परीक्षा में कहीं कोई गड़बड़ी हुई है तो सीबीआई से जांच करवा लिया जाए. अगर यह नियमावली वापस नहीं ली जाती है तो आने वाले चुनाव में हमलोग गांव-गांव घूमकर सरकार के विरुद्ध इस बात का प्रचार करेंगे"- टीईटी अभ्यार्थी