पटना: बिहार में शांतिपूर्ण ढंग से मुहर्रम मनाया गया. प्रदेश में मुहर्रम के ताजिया जुलूस को लेकर विभिन्न जगहों पर पुलिस ने ड्रोन की मदद से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी. मुस्लिम बहुल्य जिला किशनगंज में सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया. डीएस-एसपी खुद सुरक्षा व्यवस्था का जाएजा लेते हुए नजर आए. प्रशासन ने ताजिया का वीडियोग्राफी करते हुए और ड्रोन कैमरे से असमाजिक तथ्यों का जायजा लिया.
आपसी भाईचारे की मिसाल
किशनगंज शहर में एक दर्जन से भी ज्यादा ताजिया जुलूस निकाला गया. दोपहर से ही बाजार और कर्बला मैदान में लोगों की भीड़ उमड़नी शुरु हो गई. लोगों पर नजर रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया. ताजिया के दौरान मुस्लिम समुदाय के साथ हिंदू भी शामिल होते दिखे. डीएम हिमांशु शर्मा और एसपी कुमार आशीष ने भी ताजिया के झंडे को उठाकर इमामबाड़ा तक ले गए.
किशनगंज में मातम
शहर में शिया समुदाय के मुसलमानों ने दोपहर 12 बजे हीं बाजार में मातम जुलूस निकाल दिया. छोटे-छोटे बच्चे भी मातम मनाते नजर आए. शिया समुदाय की महिलाएं भी हुसैन के जनाजे को कंधे पर लेकर कर्बला की ओर नजर आई. वहीं, शाम 4 बजे समुदाय के मुसलमानों ने भी अलग-अलग इलाकों से ताजिया जुलूस निकाला.
देशभक्ति की झलक
इस बार ताजिया जुलूसों मे देशभक्ति की झलक भी देखने को मिली. लगभग सभी ताजिया कमेटी अपने जुलूस के आगे तिरंगे लेकर चलते नजर आए. किशनगंज एसपी कुमार आशीष ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया है. बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात की गई है. सीसीटीवी के साथ ड्रोन से भी भीड़ पर नजर रखा जा रहा है.
बांका में मुहर्रम
बांका में हर प्रखंड के मुस्लिम बहुल इलाकों में ताजिया जुलूस के मातम के साथ अखाड़ा का भी आयोजन किया गया. इस दौरान भारी संख्या में लोगों के बीच युवा कलाकारों ने देशभक्ति की भावना के साथ तरह-तरह के करतब दिखाए. अखाड़े के दौरान कई जगहों पर देशभक्ति और सीमा पर की लड़ाई को भी युवा कलाकारों ने पेश किया. जिले भर में पुलिस बल और चिकित्सा बल की तैनाती की गई थी. सभी अखाड़ा स्थल पर कर एम्बुलेंस सहित सरकारी चिकित्सक मौजूद थे. वहीं बांका, सुईया, चांदन, बेलहर, धोरैया, अमरपुर इत्यादि जगहों पर विशेष रुप से पुलिस की कड़ी निगरानी रखी गई थी.
जिले भर में पुलिस की देखरेख में मुहर्रम का पर्व शांतिपूर्वक संपन्न हो गया. सभी जगहों पर पुलिस बल और चिकित्सा बल की तैनाती से किसी प्रकार का कोई हादसा नहीं हुआ.
गोपालगंज में ताजिया और तिरंगा
जिले में भी शहादत में याद किया जाने वाला त्योहार मोहर्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ. बड़ी संख्या में युवक लाठी, भाला और तलवार से करतब दिखाते नजर आए. यहां भी देशभक्ति का नजारा देखने को मिला. लोग हाथों में तिरंगा लहराते नजर आए. इस अवसर पर रंग-बिरंगी और गगनचुंबी ताजिया निकाली गई. वहीं, पुलिस प्रशासन ने काफी संख्या में मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात कर रखी थी.
पटना में मुहर्रम
पटना से सटे मनेर में मुहर्रम के दिन हर साल की तरह इस साल भी हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल देखने को मिली. यहां पर मुहर्रम और दशहरा दोनों हीं पर्व आपसी भाईचारे के साथ मनाया जाता है. हिन्दु-मुस्लिम मिलकर दोनों पर्वों की तैयारी में एक-दूसरे को हाथ बंटाते हैं.
मुहर्रम को लेकर विशाल ताजिया जुलूस निकाला गया, जिसमें सभी धर्मों के लोगो ने हिस्सा लिया. सभी ने एक दूसरे को साफा बांधकर जुलूस की शुरूवात की. इस मौके पर मनेर में ऊंट, हांथी और घोड़ों के साथ विशाल ताजिया जुलूस निकाला गया, जिसमें हजरत इमाम हुसैन के नारे लगे. जुलूस में शामिल घुड़सवारों ने भी कई तरह के करतब दिखाए. वहीं, जगह-जगह पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती भी की गई थी, जिससे मोहर्रम कमिटी काफी संतुष्ट दिखी.
वहीं, मसौढ़ी में भी हर जगह पुलिस बल की तैनाती रही. प्रशासन की ओर से विधि व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया. यहां पर वर्दीधारी सिपाहियों के साथ-साथ सादे लीबाश में भी अतरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी. यहां पर भी शांतिपूर्ण ढंग से मुहर्रम का मातम मनाया गया.
कैमूर में संपन्न हुआ मुहर्रम
कैमूर में मोहर्रम का मातम शांतिपूर्ण तरीके से मनाया गया. इस मौके पर यहां के लोगों को कुछ अलग हीं नजारा देखने को मिला. एकता चौक पर बने कंट्रोल रूम के ठीक सामने भभुआ के एसडीएम जन्मेजय शुक्ला ने मुहर्रम के मौके पर तलवारबाजी कर रहे लोगों के साथ खुद भी तलवारबाजी की. यह देखकर लोग काफी आश्चर्य हुए. उनके भाईचारे वाले व्यवहार का लोगों ने आनंद भी उठाया. एसडीएम को सम्मानित करते हुए माला भी पहनाया गया.
सारण में मुहर्रम
जिले के छपरा में भारी सुरक्षा के बीच ताजिया का जुलूस निकाला गया. इसको देखने के लिए छपरा के टाउन थाना चौक पर हजारों की संख्या में लोगों ने जुलूस का आलम देखा. बड़ी संख्या में लोग मातम मनाते दिखे. इस मातम में छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्ग ने भी मातम में भाग लिया.
कटिहार में भाईचारे की मिसाल
कटिहार शहर के अरगडा चौक पर इस बार अलग तरह की ताजिया निकाली गई. इस बार ताजिया को भारत का नक्शा, ब्रह्मोस मिसाइल और अपना कटिहार के रुप में पिरोया गया. इस बार कटिहार में मिसाल पेश करते हुए मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग मंदिर और मस्जिद की सुरक्षा करते और असमाजिक तत्वों पर नजर रखते नजर हुए. सदर डीएसपी ने उन युवकों को धन्यवाद दिया.