पटना: बढ़ते कोरोना संक्रमण (Corona In Bihar) के कारण बिहार (Bihar Corona Guidelines) के सभी मंदिरों को 6 जनवरी से 21 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया गया है. वैसे मंदिर जहां पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है, उन तमाम मंदिरों पर आमलोगों के दर्शन पर रोक लगा दी गई है.
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श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश करके भगवान की पूजा अर्चना नहीं कर सकेंगे. मंदिर के पुजारी भगवान को भोग लगाएंगे और पूजा-अर्चना करेंगे. एक जगह श्रद्धालुओं के जुटने से कोरोनावायरस का प्रकोप और फैल सकता है. इसी वजह से सरकार ने यह कदम उठाया है.
महावीर मंदिर बंद: राज्य में धार्मिक न्यास बोर्ड से 4500 (4500 Temples Closed In Bihar) मंदिर जुड़े हुए हैं. उन तमाम मंदिरों पर गुरुवार से पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. इस आदेश के बाद, पटना जंक्शन पर मौजूद महावीर मंदिर (Mahavir Mandir closed in Patna) में श्रद्धालुओं का मंदिर में प्रवेश बंद कर दिया है. महावीर मंदिर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रतिदिन पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं.
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इन नियमों का करना होगा पालन: मंदिरों में महंत या मुख्य पुजारी विधि-विधान के अनुसार रोज पूजा कर सकते हैं. हालांकि उनके साथ बहुत कम लोग होने चाहिए. तीसरी लहर के बीच मंदिरों व अन्य पूजा स्थलों के दरवाजे भक्तों के लिए बंद कर दिए गए हैं.
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पटना जंक्शन के पास महावीर मंदिर, राजवंशी नगर हनुमान मंदिर, खाजपुरा शिव मंदिर, बांस घाट काली मंदिर,अगमकुआं शीतला माता मंदिर सहित सभी मंदिरों पर पुजारियों के अलावा अन्य लोगों के प्रवेश को वर्जित कर दिया गया. मंदिर बंद होने से भक्त मंदिरों के गेट पर ही पूजा-अर्चना करते देखे गए.
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मंदिर के गेट के सामने महिलाएं पूजा अर्चना कर राज्य में अमन चैन की कामना कर रही हैं. सरकार के इस फैसले के बाद भी कई श्रद्धालु मंदिर तक पहुंच रहे हैं. लेकिन मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं मिलने से थोड़ी सी नाराजगी दिख रहे हैं. मंदिर के गेट पर ही भक्त मत्था टेक रहे हैं. सरकार के इस आदेश के बाद भगवान और भक्त में दूरी बढ़ गई है. भक्त दूर से ही भगवान की पूजा कर रहे हैं. मंदिर के गेट पर पूजा अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि, पूजा करने में थोड़ी सी दिक्कत हो रही है लेकिन सरकार के द्वारा जो फैसला लिया गया है, काफी अच्छा है.
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन ने लोगों को डराना शुरू कर दिया है. बिहार खासकर पटना में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. भीड़ भाड़ मंदिर में ना लगे इसे लेकर सरकार के द्वारा किए गए इस फैसले का कई श्रद्धालु स्वागत भी कर रहे हैं.
"कोरोना बढ़ रहा है तो बचकर तो रहना होगा. सरकार का फैसला काफी अच्छा है. मंदिर के अलावा अन्य चीजों को बंद करने का फैसला सटीक है. संक्रमण को रोकने के लिए ये अहम फैसला है."- श्रद्धालु
"पूजा कहीं से भी किया जा सकता है. मंदिर बंद होने से परेशानी तो हो ही रही है. लेकिन मंदिर में सारे इंतजाम काफी बेहतर तरीके से किए गए हैं. कोरोना बढ़ रहा है. सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है."-श्रद्धालु
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बता दें कि, हनुमान मंदिर के प्रसाद नैवेद्यम लड्डू को लोग काउंटर से लेकर अपने घर पर ले जाकर पूजा अर्चना कर सकते हैं. प्रसाद के लिए काउंटर बनाया गया है और प्राइवेट गार्ड को भी लगाया गया है. मंदिर के गेट पर या नैवेद्यम लड्डू लेने के लिए पहुंचने वाले लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा. उनको सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है साथ ही गार्ड सुनिश्चित करेंगे कि सभी मास्क पहने हों.
सरकार ने मंदिर बंद रखने का निर्देश बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए दिया है. प्रदेश में दिन-प्रतिदिन संक्रमण पांव पसार रहा है और इसी का नतीजा है कि, सरकार को यह फैसला लेना पड़ा. शुरुआती समय में ही संक्रमण के चेन को तोड़ने की कोशिश में प्रशासन लगा हुआ है.
बिहार में मिनी कर्फ्यू लगा दिया गया है. 6 से 21 जनवरी तक के लिए रात्रि कर्फ्यू (Night Curfew in Bihar) रहेगी, जो रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक प्रभावी रहेगा. राज्य में दुकानें 8:00 बजे तक ही खुली रहेंगी. वैसे लोग जो निजी कामों से अमूमन सड़को पर निकलते थे, उन पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देख हॉल, पार्क, जिम पूरी तरह से बंद कर दिया गया है.
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