पटना: चुनावी साल में महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर विवाद थमता हुआ नहीं दिख रहा है. कांग्रेस और राजद के बीच सीटों को लेकर तनातनी चरम पर है. राजद ने जहां 58 सीटें और एक लोकसभा सीट कांग्रेस को देखकर पल्ला झाड़ लिया है. वहीं कांग्रेस भी पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रही. पार्टी के अंदर भी उम्मीदवारी तय करने का मामला चल रहा है. इन सबके बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मंगलवार को रांची जा रहे हैं. जहां वे लालू यादव से मिलेंगे.
जानकारी के मुताबिक तेजस्वी यादव सड़क मार्ग से रांची जा रहे हैं. वे वहां चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे अपने पिता लालू यादव से मिलेंगे. यह मुलाकात पूरी तरह राजनीतिक है क्योंकि मामला बिहार विधानसभा चुनाव से जुड़ा हुआ है और इसमें सीट शेयरिंग को लेकर मामला फंसा हुआ है.
सीट शेयरिंग पर अबतक कुछ साफ नहीं
राजद ने अपनी तरफ से सारा फार्मूला तय कर लिया है. मांझी और कुशवाहा के बाहर निकलने के बाद माना जा रहा है कि राष्ट्रीय जनता दल करीब 150 सीटों पर और कांग्रेस करीब 60 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. हालांकि किन-किन सीटों पर किस की उम्मीदवारी होगी, इसे लेकर सारा कुछ लालू यादव ही फाइनल करने वाले हैं. बिहार में विधानसभा चुनाव के साथ वाल्मीकिनगर सीट पर लोकसभा का उपचुनाव भी होगा जो जदयू सांसद के निधन के कारण खाली हुआ है. राष्ट्रीय जनता दल ने कांग्रेस को 58 विधानसभा सीटों के साथ इसी लोकसभा सीट पर लड़ने का ऑफर दिया है.
राजद को मिला इनका साथ
बता दें कि महागठबंधन में इस बार लंबे समय के बाद राजद के साथ वामदल भी चुनाव लड़ेंगे. राजद और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीआईएम और सीपीआईएमएल के अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और विकासशील इंसान पार्टी महागठबंधन का हिस्सा होंगे. फिलहाल कांग्रेस और राष्ट्रीय दल का विवाद चरम पर है. राजद के 58 प्लस 1 के ऑफर पर कांग्रेस झुकने को तैयार नहीं है. अब देखना है कि लालू यादव से मिलने के बाद तेजस्वी किस तरह अपने सहयोगियों के साथ तालमेल बिठाते हैं.