पटनाः आरजेडी नेता तेजस्वी यादव चुनाव का रिजल्ट आने के बाद गुरुवार को पहली बार मीडिया के सामने आए. उन्हें महागठबंधन विधायक दल का नेता चुना गया है. तेजस्वी ने कहा कि जनता का जनादेश महागठबंधन के पक्ष में था, लेकिन चुनाव आयोग ने नतीजा एनडीए के पक्ष में दे दिया. जनता ने रोजगार के मुद्दे को स्वीकारा और हमें आपार समर्थन भी दिया. इसके लिए मैं बिहार की जनता को धन्यवाद दिता हूं. हम जल्द ही धन्यवाद यात्रा भी निकालेंगे.
'हम हारे नहीं, हमें हराया गया'
तेजस्वी ने कहा कि हम हारे नहीं हैं, हमें हराया गया है. बिहार की जनता हमारे साथ है. उन्होंने पोस्टल बैलट दोबारा गिनने की मांग की है. आरजेडी नेता ने कहा कि चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह सभी उम्मीदवारों के संदेह को दूर करे. काउंटिंग के दौरान रीकाउंटिंग बेहद जरूरी है. साथ ही, रिकॉर्डिंग हमें दिखाई जानी चाहिए.
'नीतीश ने 2015 में भी किया था जनादेश का अपमान'
आरजेडी नेता ने कहा कि 2015 में भी महागठबंधन को जनादेश दिया गया था. लेकिन बीजेपी ने बैक डोर से एंट्री कर सत्ता पर कब्जा कर लिया था. 2015 में भी नीतीश कुमार ने जनादेश का अपमान किया था.
एनडीए और महागठबंधन में 12 हजार वोटों का अंतर
तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए को 1.57 करोड़ वोट मिले हैं. यानी 37.3 फीसदी वोट एनडीए को मिला है. लेकिन महागठबंधन को एक करोड़ 56 लाख 888 हजार 458 वोट मिले हैं. महागठबंधन को 37.2 फीसदी वोट मिले हैं. एनडीए और महागठबंधन के बीच 12 हजार वोटों का अंतर है.