नई दिल्ली/पटनाः बिहार की 10 पार्टियों का एक 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के नेतृत्व में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मिल रहा है. इस प्रतिनिधिमंडल में बिहार के नेता प्रतिपक्ष भी शामिल हैं. पीएम से मुलाकात से पहले उन्होंने बड़ी बात कही है.
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"जातीय जनगणना का प्रस्ताव बिहार विधानसभा से दो बार पारित हो चुका है. इससे एक आंकड़ा सामने आएगा जिससे पता चलेगा कि किस तबका के कितने लोग हैं. यह भी पता चलेगा कि कौन लोग मजदूरी करते हैं. कौन लोग भूमिहीन हैं. कौन लोग भीख मांगते हैं और कौन लोग गरीब हैं. ये पता चल जाने के बाद बजट में अलग से प्रोविजन किया जाएगा. उनके लिए योजनाएं लाई जा सकेंगी."- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, बिहार
"कुछ लोग कहते हैं इससे भेदभाव होगा. तब तो धर्म की गिनती भी नहीं होनी चाहिए थी. लेकिन आंकड़ा होने के बाद भी किसी भी तरह की तनाव की स्थिति नहीं हो रही है. इसपर अलग से खर्च करने की भी जरूरत नहीं है. जनगणना के रजिस्टर में बस एक नया कॉलम जोड़ना है. जब कुत्ता-बिल्ली की जनगणना हो सकती है, तो इंसानों की क्यों नहीं हो सकती है?"- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, बिहार
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले 11 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल में सीएम नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, जेडीयू की ओर से संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा, भाकपा माले से महबूब आलम, पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान, बिहार सरकार में मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी के चीफ मुकेश सहनी का नाम भी शामिल है. साथ ही सूर्यकांत पासवान और अजय कुमार भी प्रधानमंत्री से मिल रहे हैं.