पटना: बिहार के नेता प्रतिपक्ष व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) दो दिवसीय झारखंड दौरे पर हैं. शनिवार को वो रांची पहुंचे. जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. देर शाम मीडिया से रूबरू होते हुए तेजस्वी यादव से पत्रकारों ने भोजपुरी और मगही भाषा पर सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की ओर से दिए बयान पर सवाल किया तो वो मुख्यमंत्री पर सीधी टिप्पणी करने से बचते नजर आए.
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भोजपुरी और मगही भाषा को लेकर तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. सीएम हेमंत सोरेन के भोजपुरी और मगही भाषा को लेकर दिए बयान को लेकर सवाल पूछने पर कहा कि सीएम हेमंत के बयान की जानकारी उन्हें नहीं है और ना ये ही मालूम है कि उन्होंने क्या कहा है. उन्होंने भोजपुरी और मगही भाषा को लेकर इतना जरूर कहा है कि कोई भी भाषा खराब नहीं होती है. हर भाषा की अपनी खूबसूरती है. उनका अलग अंदाज होता, हर भाषा के अलग भाव होते हैं. इससे किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.
रांची एयरपोर्ट पहुंचने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि झारखंड बिरसा मुंडा की धरती है. हम उनको नमन करते हैं. यह पूर्व में बिहार का हिस्सा रह चुका है. इसलिए हमारा मानना है कि जब तक पुराना बिहार विकसित नहीं करेगा तब तक हमारे देश का विकास नहीं हो पाएगा.
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दरअसल हेमंत सोरेन ने एक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में कहा था कि जनजातीय समाज ने झारखंड अलग राज्य की जो लड़ाई लड़ी है, वह अपनी क्षेत्रीय और जनजातीय भाषा की बदौलत लड़ी है, ना कि भोजपुरी और हिंदी की बदौलत. उन्होंने कहा कि वे किसी भी हालत में झारखंड का बिहारीकरण नहीं होने देंगे. जो लोग मगही या भोजपुरी बोलते हैं, वे लोग डोमिनेटेड पर्सन्स हैं.