पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री को खुली चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि आपसे बिहार नहीं संभल रहा है. आप कुर्सी खाली कर दीजिए हम दिखा देते हैं कैसे बिहार चलता है.
तेजस्वी ने फेसबुक लाइव के जरिये मुख्यमंत्री को दी चुनौती
दरअसल, तेजस्वी यादव सोशल मीडिया (फेसबुक) के माध्यम से लोगों से जुड़े. उन्होंने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थक चुके हैं. उन्हें अब जनता की कोई चिंता नहीं हैं. अगर होती तो एक साल में काम हुआ होता. मुख्यमंत्री वो हैं, लेकिन लोग खोज हमें रहे हैं. सरकार में बैठे लोग मुझे याद कर रहे हैं. इसका मतलब बिहार उनसे नहीं सम्भल रहा, तो कुर्सी पर क्यों बैठे हैं? नहीं संभल रही सत्ता तो छोड़ दीजिए. हमें मौका दीजिये, हम बताएंगे काम कैसे करना है.
पीएम पर भी किया हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि वे खुद को बिहार का बेटा बताते हैं. वे आजकल कहां हैं? तेजस्वी ने कोरोना काल में खुद के बिहार में नहीं होने की वजह भी बताई. उन्होंने बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कोरोना की स्थिति संभालने में लापरवाही का आरोप लगाया. तेजस्वी ने कहा कि कुछ लोग उनके खिलाफ भ्रम फैलाने में जुटे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि वे अपने बीमार पिता के साथ फिलहाल दिल्ली में हैं. उनके पिता लालू प्रसाद यादव की तबीयत अभी ठीक नहीं है.
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सीएम नीतीश कुमार को लिखेंगे चिट्ठी
तेजस्वी यादव ने कहा कि वो आज मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखेंगे कि अगर मुख्यमंत्री को उनकी जरूरत है, तो वो उन्हें अनुमति दें काम करने की. वे सरकार की मदद के लिए हर संभव काम करने को तैयार हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष एक संवैधानिक पद है, लेकिन इस पद का भी बिहार सरकार में कोई महत्व नहीं है. उन्होंने बताया कि चार साल में नीतीश कुमार ने उनके किसी भी पत्र का जवाब नहीं दिया. तेजस्वी यादव ने कहा कि जो हालात है कि उसमें मैं नीतीश जी से इतनी ही कहना चाहूंगा कि अगर उनसे बिहार नहीं संभल रहा है तो वह अपनी अंतरात्मा की सुनें और इस्तीफा दें, हम बताएंगे कि बिहार में किस प्रकार से सरकार चलाई जाती है. इस दौरान तेजस्वी ने कहा कि हम एक बार फिर से कहते हैं कि सरकार को विपक्ष से जिस किसी भी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता होगी, हम करने के लिए तैयार हैं.
बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी उठाए सवाल
तेजस्वी यादव ने बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि पिछले साल कोरोना काल में सभी विधायक और एमएलसी के फंड से पैसे लिए गए थे वह पैसे कहां खर्च किए गए. इस साल भी राज्य सरकार ने सभी विधायक और एमएलसी के फंड से दो करोड़ रुपए लिए गए हैं, जो करीब 312 की संख्या है. इनके 624 करोड़ लिए गए. सरकार बताए कि इन पैसों को कहां खर्च किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि लोग हमसे सवाल पूछते है कि विधायक क्या कर रहे हैं. मैं पूछता हूं कि हमारे विधायकों के पास पैसे ही नहीं है, तो वह किस प्रकार की सहायता करेंगे. उनके हाथ पैर काट दिए गए हैं सारे पैसे पर सीएम साहब दबाकर बैठ गए हैं, जो थोड़ी बहुत मदद मिल रही है वह संपन्न विधायक अपने पास से कर रहे हैं. हमारे विधायक बेड दे रहे हैं, ऑक्सीजन मंगा रहे हैं. तेजस्वी यादव ने इस दौरान कहा कि जरुरत पड़े तो राज्य सरकार हमारे सरकार बंगले को भी ले सकते हैं.
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