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तेज प्रताप की चेतावनी- 'तेजस्वी के नेतृत्व पर शक है तो पार्टी छोड़ दें' - पटना

आरजेडी में तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग भले ही उठने लगी है, लेकिन पार्टी का एक बड़ा खेमा तेजस्वी यादव के साथ खड़ा है.

तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
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Published : May 29, 2019, 11:08 AM IST

पटनाः लोकसभा में राजद की करारी हार के बाद पार्टी नेताओं ने अपने-अपने राग अलापने शुरू कर दिए हैं. कईयों ने तो इस करारी हार का जिम्मेदार तेजस्वी यादव को माना है. इसे लेकर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप ने ट्वीट कर ऐसे नेताओं को चेतावनी दी है.

ट्वीट के जरिए तेज की चेतावनी
अपने ट्वीट में तेज प्रताप ने लिखा है कि 'जिसे भी तेजस्वी के नेतृत्व पर शक है वो राजद छोड़ दे'. उन्होंने इस पोस्ट के जरिए तेजस्वी के खिलाफ अवाज उठाने वालों को बाहर का रास्ता दिखाने की चेतावनी भी दी.

चिट्ठी में भी किया समर्थन
इससे पहले भी तेज प्रताप ने चिट्ठी के जरिए अपना समर्थन तेजस्वी को देते हुए लिखा था कि 'आपको ही नेता प्रतिपक्ष बने रहना है और जो लोग आपके इस्तीफे की बात कर रहे हैं, मैं उनका पुरजोर विरोध करता हूं. मैं EVM हटाओ, देश बचाओ के लिए आंदोलन करने जा रहा हूं'.

  • जिसको तेजस्वी के नेतृत्व पे कोई शक है वो राजद पार्टी छोर दे।

    — Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) May 28, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

'तेजस्वी के इस्तीफे की मांग गलत'
दरअसल, लोकसभा चुनाव में मिली प्रचंड हार के बाद आरजेडी में तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग उठने लगी थी. हालांकि कल राजद की हुई समीक्षा बैठक में पार्टी का एक बड़ा खेमा तेजस्वी यादव के साथ खड़ा था. भाई तेज प्रताप ने भी तेजस्वी यादव का समर्थन किया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने साफ कर दिया है कि तेजस्वी यादव अपने पद पर बने रहेंगे. जो भी इस तरह की मांग कर रहे हैं, उनका पार्टी में कोई अस्तित्व नहीं है.

बिहार में नहीं खुला राजद का खाता
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में बिहार की सबसे बड़ी पार्टी राजद ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन एक भी सीट नहीं जीत पाई. इतना ही नहीं कांग्रेस को छोड़कर महागठबंधन के किसी भी घटक दल ने इस चुनाव में अपना खाता नहीं खोला. जबकि कांग्रेस ने किशनगंज सीट जीत कर जदयू के उम्मीदवार को शिकस्त दी.

पटनाः लोकसभा में राजद की करारी हार के बाद पार्टी नेताओं ने अपने-अपने राग अलापने शुरू कर दिए हैं. कईयों ने तो इस करारी हार का जिम्मेदार तेजस्वी यादव को माना है. इसे लेकर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप ने ट्वीट कर ऐसे नेताओं को चेतावनी दी है.

ट्वीट के जरिए तेज की चेतावनी
अपने ट्वीट में तेज प्रताप ने लिखा है कि 'जिसे भी तेजस्वी के नेतृत्व पर शक है वो राजद छोड़ दे'. उन्होंने इस पोस्ट के जरिए तेजस्वी के खिलाफ अवाज उठाने वालों को बाहर का रास्ता दिखाने की चेतावनी भी दी.

चिट्ठी में भी किया समर्थन
इससे पहले भी तेज प्रताप ने चिट्ठी के जरिए अपना समर्थन तेजस्वी को देते हुए लिखा था कि 'आपको ही नेता प्रतिपक्ष बने रहना है और जो लोग आपके इस्तीफे की बात कर रहे हैं, मैं उनका पुरजोर विरोध करता हूं. मैं EVM हटाओ, देश बचाओ के लिए आंदोलन करने जा रहा हूं'.

  • जिसको तेजस्वी के नेतृत्व पे कोई शक है वो राजद पार्टी छोर दे।

    — Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) May 28, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

'तेजस्वी के इस्तीफे की मांग गलत'
दरअसल, लोकसभा चुनाव में मिली प्रचंड हार के बाद आरजेडी में तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग उठने लगी थी. हालांकि कल राजद की हुई समीक्षा बैठक में पार्टी का एक बड़ा खेमा तेजस्वी यादव के साथ खड़ा था. भाई तेज प्रताप ने भी तेजस्वी यादव का समर्थन किया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने साफ कर दिया है कि तेजस्वी यादव अपने पद पर बने रहेंगे. जो भी इस तरह की मांग कर रहे हैं, उनका पार्टी में कोई अस्तित्व नहीं है.

बिहार में नहीं खुला राजद का खाता
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में बिहार की सबसे बड़ी पार्टी राजद ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन एक भी सीट नहीं जीत पाई. इतना ही नहीं कांग्रेस को छोड़कर महागठबंधन के किसी भी घटक दल ने इस चुनाव में अपना खाता नहीं खोला. जबकि कांग्रेस ने किशनगंज सीट जीत कर जदयू के उम्मीदवार को शिकस्त दी.

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tejpratap


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