पटना: राजधानी पटना में तीज का पर्व हर्षोल्लास (Teej Celebrated In Patna) से मनाया गया. सुहागिन महिला ने पूरे दिन निर्जला उपवास रखा और भगवान शिव की पूजाकर पति की लंबी उम्र के लिए (Women Keep Fast On Teej) कामना की. इस मौके पर शहर के शिव मंदिरों में सुहागिन महिलाओं भीड़ देखने को मिली. जहां उन्होंने भगवान शिव और माता पर्वती की विधि-विधान से पूजा की. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से सौभाग्यवती का आशीर्वाद मिलता है.
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महिला ने किया सोलह श्रृंगार: इस अवसर पर महिलाओं ने अलसुबह स्नान कर सोलह श्रृंगार किया. इसके बाद नए कपड़े धारण कर भगवान शिव की पूजा की और ब्राह्मणों से व्रत की पौराणिक कथा सुनी. इस दौरान महिलाओं ने मंगल गीत भी गाया. इस दिन दान-दक्षिणा करने की भी मान्यता है. हरितालिका तीज व्रत का सनातन परंपरा में विशेष स्थान है. यह व्रत सौभाग्य की रक्षा के लिए किया जाता है.
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मंदिर में फल, खीरा मिठाई का दान: व्रतधारी महिलाओं ने मनोकामना की प्राप्ति के लिए शिव मंदिरों में फल, खीरा, मिठाई, वस्त्र, सुहाग की सामग्री आदि का दान किया. पूजा अर्चना के बाद आरती गाकर सभी श्रद्धालु महिलाओं ने भगवान भोलेनाथ से अपने परिवार और अपने पति के लिए कामना (Teej Festival 2022) की. इस बार तीज का व्रत मंगलवार के दिन होने से ज्यादा पुण्यदायी रहा. यह योग अखंड सौभाग्य के लिए उत्तम माना गया है. इसी दिन माता पार्वती का जन्म हुआ था.
यह है पर्व को लेकर मान्यता: तीज को लेकर पौराणिक मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव की प्राप्ति के लिए कठिन तप और व्रत धारण किया था. उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उनके व्रत को फलित किया था. इस दिन श्रावण मास की तृतीया तिथि थी. भगवान शिव ने माता पार्वती को आशीर्वाद देते हुए कहा कि श्रावण मास की तृतीया तिथि को जो भी स्त्रियां, कन्या पूरी निष्ठा और विश्वास के साथ व्रत और पूजा-पाठ करेंगी. उन्हें मनवांक्षित फल की प्राप्ति होगी.