पटना: शिक्षक दिवस के दिन सूबे के हजारों शिक्षक राजधानी के गर्दनीबाग स्थित संजय गांधी स्टेडियम में मुंह पर काली पट्टी बांधकर और काला छाता लगाकर शिक्षक मौन वेदना प्रदर्शन करेंगे. इसको लेकर प्रशासन ने गर्दनीबाग स्टेडियम पर ताला भी जड़ दिया है. वहीं, प्रशासनिक आदेश है कि सभी शिक्षक 5 सितंबर को अपने स्कूल में रहेंगे. बावजूद इसके, शिक्षकों ने गर्दनीबाग पहुंच अपने स्टैंड पर कायम रहने की बात कही है.
शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के अध्यक्ष ब्रजनंदन शर्मा ने शिक्षकों के प्रदर्शन पर ऐलान करते हुए कहा कि जहां प्रदर्शन होना है. वहीं, होगा. इस बाबत राजधानी पटना में प्रदेश भर से आए शिक्षकों ने जमकर नारेबाजी की.
लाखों की संख्या में आएंगे शिक्षक...
प्राथमिक शिक्षक संघ भवन में हुई बैठक के बारे में बताते हुए शिक्षक नेता आनंद कौशल कहा, हमारा वेदना प्रदर्शन होकर रहेगा. काली पट्टी और छाता लगाकर प्रदर्शन होगा. उन्होंने कहा कि हड़ताल वापस लेने की बात महज अफवाह थी. इस दौरान उन्होंने लाखों की संख्या में शिक्षकों से पटना आने का आह्वान भी किया.
करेंगे आंदोलन, नहीं मनाएंगे शिक्षक दिवस
बता दें कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने शिक्षकों को शिक्षक दिवस विद्यालय में बच्चों के साथ मनाने का निर्देश दिया है. अपर मुख्य सचिव ने आदेश जारी कर सभी डीइओ, डीपीओ, बीइओ, विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया है कि 5 सितंबर को डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पूरे देश में शिक्षक दिवस में मनायी जाती है. इस दिन विद्यालय के छात्र-छात्रा अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हैं. लिहाजा, बिहार सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि उक्त तिथि को विद्यालय स्तर पर शिक्षक दिवस मनाया जाए.
कार्रवाई की चेतावनी
अपर मुख्य सचिव ने फरमान जारी करते हुए कहा कि 5 सितंबर को सभी विद्यालय खुले रहेंगे. शिक्षक, छात्र-छात्रा विद्यालय में उपस्थित रहेंगे, जो शिक्षक शिक्षिकाएं विद्यालय में उपस्थित नहीं होंगे. उन्हें अनधिकृत रूप से अनुपस्थित मानते हुए. उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. जिसका अनुपालन जिला शिक्षा पदाधिकारी कराएंगे. ऐसे में शिक्षकों ने पटना में होने वाले अपने वेदना प्रदर्शन को जारी रखने का ऐलान किया है.
मांगों को लेकर करेंगे प्रदर्शन...
गर्दनीबाग में शिक्षक अपनी प्रमुख मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे. में पुरानी पेंशन योजना का लाभ, वेतन निर्धारण की विसंगति को दूर करना, पहले की तरह मृत शिक्षकों के अप्रशिक्षित आश्रितों के नियमों को शिथिल कर अनुकंपा का लाभ देना, सभी नियोजित शिक्षकों को ग्रुप बीमा और सामान्य भविष्य निधि योजना का लाभ देना, शहरी क्षेत्र में कार्यरत सभी नियोजित शिक्षकों को नियमित शिक्षकों की तरह शहरी परिवहन भत्ता का लाभ देना आदि मांगें शामिल हैं.