पटना: बिहार में नियोजित शिक्षकों की हड़ताल को लेकर सरकार और शिक्षक अपने अपने रुख पर अड़े हुए हैं. एक तरफ जहां सरकार की ओर से दो शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया. वहीं, दूसरी तरफ नियोजित शिक्षकों ने बर्खास्तगी का लेटर निकालने वाले डीईओ का घेराव किया और 24 घंटे में बर्खास्तगी वापस लेने की चेतावनी भी दी है.
दो शिक्षकों को किया गया था बर्खास्त
गौरतलब है कि पटना के दो शिक्षकों को मंगलवार को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था. शिक्षा विभाग के प्रवक्ता अमित कुमार ने बताया कि मैट्रिक परीक्षा का संचालन पूरी तरह सुचारू रूप से हुआ है. वहीं, सहरसा में स्कूल बंद कराने और स्कूल के रिकॉर्ड्स को क्षतिग्रस्त करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराए जाने की सूचना मिली है. शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी से उनके जिले में वीक्षण कार्य नहीं करने वाले शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराने को कहा है.
20 फरवरी से करेंगे डीईओ कार्यालय का घेराव
इधर, बिहार शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के सदस्यों ने पटना के डीईओ का घेराव करते हुए एक ज्ञापन सौंपा है. जिसमें मांग की गई है कि अगर 24 घंटे में दोनों शिक्षकों की बर्खास्तगी का पत्र निरस्त नहीं किया गया तो शिक्षक 20 फरवरी से अनिश्चितकालीन पटना डीईओ कार्यालय का घेराव करेंगे.
निकालेंगे आक्रोश मार्च
बिहार शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक प्रेमचंद्र ने बताया कि 19 फरवरी को पटना जिले के सभी 23 प्रखंड मुख्यालयों पर शिक्षकों के विरुद्ध की जा रही दमनात्मक कार्रवाई के विरुद्ध आक्रोश मार्च निकाला जाएगा.
शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक के मुताबिक पटना के शिक्षा पदाधिकारी के विरुद्ध भ्रष्टाचार को लेकर कई जांच चल रही है. शिक्षक नेताओं ने पटना जिला शिक्षा पदाधिकारी को तुरंत बर्खास्त करने की मांग भी की है.