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31 मार्च तक शिक्षकों को मिलेगा 15% बढ़ा हुआ वेतन, विधान परिषद में शिक्षा मंत्री ने की घोषणा

बिहार में शिक्षकों को 31 मार्च तक 15 प्रतिशत बढ़े हुए वेतन का (Teachers In Bihar Will Get Increased Salary) भुगतान कर दिया जाएगा. विधान परिषद में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि डिजिटल सिग्नेचर पर्ची जारी हुए शिक्षकों को लाभ मिलेगा. पढ़िए पूरी रिपोर्ट...

शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी
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Published : Mar 12, 2022, 9:57 AM IST

पटना: बिहार विधानमंडल का बजट सत्र (Bihar Budget Session 2022) चल रहा है. विधान परिषद के कार्यवाही के दौरान सीपीआई के संजय कुमार सिंह और जदयू के संजीव कुमार सिंह के अल्पसूचित प्रश्न का शिक्षा मंत्री विजय चौधरी (Education Minister Vijay Kumar Choudhary) ने जवाब देते हुए बताया कि जिन शिक्षकों का डाटा अपलोड होने के बाद डिजिटल सिग्नेचर पर्ची जारी हो चुका है, उन सभी शिक्षकों को 31 मार्च तक 15 प्रतिशत बढ़े हुए वेतन की दर से भुगतान किया जाएगा. अब तक 3,52,783 शिक्षकों में 3,24,975 का डाटा अपलोड हुआ है. उन्होंने बताया कि 2 लाख 8 हजार 663 शिक्षकों का डिजिटल सिग्नेचर के बाद ऑनलाइन वेतन पर्ची जारी किया गया है. साथ ही वेतन भुगतान की कार्रवाई की जा रही है.

ये भी पढ़ें- 'बिहार में TET-STET अभ्यर्थी रखें धैर्य, जल्द ही अच्छे दिन आने वाले हैं'

बिहार में शिक्षकों को मिल रहा अनुशंसित वेतनमान: वहीं, विधान परिषद में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने बताया कि शिक्षकों को अनुशंसित वेतनमान मिल रहा है. वेतन विसंगति निराकरण और वेतन निर्धारण के लिए निर्देश दिया गया है. भविष्य में भी इसी आधार पर वेतनवृद्धि होगी. वेतनवृद्धि के लिए सॉफ्टवेयर बनाने और कैलकुलेटर में दिक्कत आने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि वेतन निर्धारण के लिए ऑनलाइन कैलकुलेटर डेवलप किया गया है. शिक्षकों को स्कूल के लॉगिंग आईडी पर ही डाटा अपलोड करने का निर्देश दिया गया था.

पंचायत और निकाय शिक्षकों को राज्य कर्मियों जैसी सुविधा नहीं: शिक्षा मंत्री ने विधान परिषद में स्पष्ट करते हुए कहा कि पंचायती राज और नगर निकायों से बहाल शिक्षकों को राज्य कर्मियों जैसी सुविधाएं और लाभ देने का फिलहाल कोई विचार नहीं है. पुरानी पेंशन योजना नीति पर भी कोई विचार नहीं किया गया है. पंचायत और निकाय शिक्षकों को ईपीएफ से कवर किया गया है. साथ ही इस मामले में कोर्ट में भी विमर्श हो चुका है. विजय चौधरी ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा और कल्याण को ध्यान में रखते हुए 2020 से राज्य सरकार ने इन्हें ईपीएफ स्कीम का लाभ दिया. इसके लिए वेतन की राशि पर राज्य सरकार 13% अंशदान देगी.

ये भी पढ़ें- बिहार के शिक्षा मंत्री की घोषणा- '7वें चरण में होगी 50000 शिक्षकों की बहाली'

संस्कृत और मदरसा में छात्रों को योजना का लाभ नहीं मिलने पर कार्रवाई: आरजेडी एमएलसी रामचंद्र पूर्वे के प्रश्न पर शिक्षा मंत्री ने बताया कि पटना के राजकीय मदरसा शम्सुल होदा में शिक्षकों की कमी है. यहां नियुक्ति बिहार लोक सेवा आयोग से होती. इसके लिए अधियाचना भेज दी गई है. जल्द ही कर्मियों को नियुक्ति की व्यवस्था की जाएगी. केदार पांडेय के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि संस्कृत विद्यालय और मदरसा में छात्रों को साइकिल और पोशाक योजना के तहत 2022 तक की राशि उपलब्ध करा दी गई है. अगर पैसा स्कूलों तक नहीं पहुंचा होगा तो कार्रवाई की जाएगी.

बिहार में सहायक प्रोफेसर के 4629 पदों पर होगी नियुक्ति: शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने विधान परिषद में बताया कि बिहार के विभिन्न विवि और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर के 4629 पदों पर नियुक्ति की जाएगी. विधान परिषद चुनाव की आचार संहिता खत्म होते ही शारीरिक शिक्षा और अनुदेशक की नियुक्ति शुरू कर दी जाएगी. साथ ही विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने 50 नियुक्तियों की अनुशंसा भेज दी है.

8386 पंचायतों में दसवीं और 11वीं की पढ़ाई शुरू: शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार ने सभी 8386 पंचायतों में दसवीं और ग्यारहवीं की पढ़ाई शुरू कर दी है. 10 वीं और 11वीं में पढ़ाई शुरू करने के बाद कमरों का निर्माण अगले दो साल में पूरा कर लिया जाएगा. जिसके लिए सरकार ने 8 हजार करोड़ रुपए की योजना स्वीकृत की है. सभी पंचायतों में एक-एक प्लस टू स्कूल खोला गया है.

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पटना: बिहार विधानमंडल का बजट सत्र (Bihar Budget Session 2022) चल रहा है. विधान परिषद के कार्यवाही के दौरान सीपीआई के संजय कुमार सिंह और जदयू के संजीव कुमार सिंह के अल्पसूचित प्रश्न का शिक्षा मंत्री विजय चौधरी (Education Minister Vijay Kumar Choudhary) ने जवाब देते हुए बताया कि जिन शिक्षकों का डाटा अपलोड होने के बाद डिजिटल सिग्नेचर पर्ची जारी हो चुका है, उन सभी शिक्षकों को 31 मार्च तक 15 प्रतिशत बढ़े हुए वेतन की दर से भुगतान किया जाएगा. अब तक 3,52,783 शिक्षकों में 3,24,975 का डाटा अपलोड हुआ है. उन्होंने बताया कि 2 लाख 8 हजार 663 शिक्षकों का डिजिटल सिग्नेचर के बाद ऑनलाइन वेतन पर्ची जारी किया गया है. साथ ही वेतन भुगतान की कार्रवाई की जा रही है.

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बिहार में शिक्षकों को मिल रहा अनुशंसित वेतनमान: वहीं, विधान परिषद में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने बताया कि शिक्षकों को अनुशंसित वेतनमान मिल रहा है. वेतन विसंगति निराकरण और वेतन निर्धारण के लिए निर्देश दिया गया है. भविष्य में भी इसी आधार पर वेतनवृद्धि होगी. वेतनवृद्धि के लिए सॉफ्टवेयर बनाने और कैलकुलेटर में दिक्कत आने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि वेतन निर्धारण के लिए ऑनलाइन कैलकुलेटर डेवलप किया गया है. शिक्षकों को स्कूल के लॉगिंग आईडी पर ही डाटा अपलोड करने का निर्देश दिया गया था.

पंचायत और निकाय शिक्षकों को राज्य कर्मियों जैसी सुविधा नहीं: शिक्षा मंत्री ने विधान परिषद में स्पष्ट करते हुए कहा कि पंचायती राज और नगर निकायों से बहाल शिक्षकों को राज्य कर्मियों जैसी सुविधाएं और लाभ देने का फिलहाल कोई विचार नहीं है. पुरानी पेंशन योजना नीति पर भी कोई विचार नहीं किया गया है. पंचायत और निकाय शिक्षकों को ईपीएफ से कवर किया गया है. साथ ही इस मामले में कोर्ट में भी विमर्श हो चुका है. विजय चौधरी ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा और कल्याण को ध्यान में रखते हुए 2020 से राज्य सरकार ने इन्हें ईपीएफ स्कीम का लाभ दिया. इसके लिए वेतन की राशि पर राज्य सरकार 13% अंशदान देगी.

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संस्कृत और मदरसा में छात्रों को योजना का लाभ नहीं मिलने पर कार्रवाई: आरजेडी एमएलसी रामचंद्र पूर्वे के प्रश्न पर शिक्षा मंत्री ने बताया कि पटना के राजकीय मदरसा शम्सुल होदा में शिक्षकों की कमी है. यहां नियुक्ति बिहार लोक सेवा आयोग से होती. इसके लिए अधियाचना भेज दी गई है. जल्द ही कर्मियों को नियुक्ति की व्यवस्था की जाएगी. केदार पांडेय के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि संस्कृत विद्यालय और मदरसा में छात्रों को साइकिल और पोशाक योजना के तहत 2022 तक की राशि उपलब्ध करा दी गई है. अगर पैसा स्कूलों तक नहीं पहुंचा होगा तो कार्रवाई की जाएगी.

बिहार में सहायक प्रोफेसर के 4629 पदों पर होगी नियुक्ति: शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने विधान परिषद में बताया कि बिहार के विभिन्न विवि और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर के 4629 पदों पर नियुक्ति की जाएगी. विधान परिषद चुनाव की आचार संहिता खत्म होते ही शारीरिक शिक्षा और अनुदेशक की नियुक्ति शुरू कर दी जाएगी. साथ ही विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने 50 नियुक्तियों की अनुशंसा भेज दी है.

8386 पंचायतों में दसवीं और 11वीं की पढ़ाई शुरू: शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार ने सभी 8386 पंचायतों में दसवीं और ग्यारहवीं की पढ़ाई शुरू कर दी है. 10 वीं और 11वीं में पढ़ाई शुरू करने के बाद कमरों का निर्माण अगले दो साल में पूरा कर लिया जाएगा. जिसके लिए सरकार ने 8 हजार करोड़ रुपए की योजना स्वीकृत की है. सभी पंचायतों में एक-एक प्लस टू स्कूल खोला गया है.

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