पटना: कोरोना संक्रमण के विस्तार ने लोगों काे काफी डरा दिया है. ऐसे में लोग जरा भी लक्षण महसूस कर रहे हैं तो काफी घबरा जाते हैं कि अब उनका क्या होगा. ऐसे में प्रदेश के मेडिकल जगत से जुड़े जो लोग हैं वे धैर्य से काम लेने की अपील कर रहे हैं. संक्रमण के शुरुआती लक्षण दिखने पर किस प्रकार बचाव करें, इसकी सलाह दे रहे हैं.
डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के सभी मरीजों को हॉस्पिटल में एडमिट होने की आवश्यकता नहीं है. 100% मरीजों में 10 से 15% ही ऐसे सीरियस मरीज मिल रहे हैं, जिन्हें अस्पताल में एडमिट करने की जरूरत है.
यह भी पढ़ें- डराती है पटना के खेतान मार्केट की ये तस्वीरें, लोगों में नहीं है कोरोना का खौफ
बेवजह घर से बाहर ना निकलें
पीएमसीएच के कोविड-19 वार्ड के प्रभारी चिकित्सक डॉ. अजय अरुण ने लोगों से अनुरोध किया है कि आपदा की इस घड़ी में धैर्य से काम लें. अभी के समय प्रदेश में संक्रमण की स्थिति बेहद खराब दौर में है. ऐसे में लोग यह प्रयास करें कि बेवजह घर से बाहर ना निकलें. अगर किसी जरूरी काम से बाहर निकलते हैं, तो चेहरे पर अच्छी गुणवत्ता के मास्क का प्रयोग करें. भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से पूरी तरह बचें और बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करें. घर से बाहर हैं तो नियमित अंतराल पर हाथों को सैनेटाइज करते रहें.
लक्षण दिखे तो घबराएं नहीं
डॉ. अजय अरुण ने कहा कि अगर किसी को संक्रमण के लक्षण महसूस होते हैं तो वह घबराए नहीं. नजदीकी जांच केंद्र पर जाकर कोरोना की जांच करवाएं. कोरोना के सभी मरीजों के लिए हॉस्पिटल की आवश्यकता नहीं है. अधिकांश मरीज होम आइसोलेशन में रहकर ठीक हो सकते हैं और ठीक भी हो रहे हैं. होम आइसोलेशन के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो मेडिकल किट बताई गई है, उसका प्रयोग करें. सरकार द्वारा जारी किए गए कोविड-19 कंट्रोल रूम से संपर्क करें. चिकित्सीय परामर्श लें.
चिकित्सीय परामर्श के आधार पर होम आइसोलेशन के दौरान निम्न दवाओं का सेवन करें
- पैरासिटामोल, बुखार आने पर दिन भर में अधिकतम 2 बार
- अजिथ्रोमायसिन, दिन में 1 बार 5 दिनों के लिए
- विटामिन सी की गोली, दिन में दो बार 10 दिनों के लिए
- जिंकोविट 50 mg, दिन में एक टैबलेट 10 दिनों के लिए
- विटामिन बी की गोली, रात में एक टेबलेट 10 दिनों के लिए
- मोंटेक एलसी, रात में एक टैबलेट 10 दिनों के लिए (चिकित्सीय परामर्श पर)
- आईवरमेक्टिन 12 mg, एक टेबलेट 5 दिनों के लिए, (चिकित्सीय परामर्श पर)
- बेटाडिन गार्गल, गर्म पानी में 5ml डालकर दिन में तीन बार गार्गल करें
खानपान का रखें विशेष ख्याल
डॉ. अजय अरुण ने कहा कि अभी के समय खानपान पर भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. ऐसे में पानी एवं तरल पदार्थों का अधिक मात्रा में सेवन करें. तैलीय पदार्थों के सेवन से बचें. दिन में एक से दो बार गर्म पानी का भाप लें. उन्होंने कहा कि कोरोना मरीज अपने पास ऑक्सीमीटर जरूर रखें. हर 2 घंटे पर ऑक्सीजन सैचुरेशन चेक करते रहें. ऑक्सीजन सैचुरेशन 91 से कम आता है तो डॉक्टर से कंसल्ट करें.
ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा हो तो यह करें
संक्रमित व्यक्ति को अगर सांस लेने में तकलीफ हो रही है और ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है, तो पेट के नीचे तकिया लगा कर पेट के बल लेट कर आधा घंटा गहरी सांस लें. फिर आधे घंटे बाएं करवट और आधे घंटे दाएं करवट लेकर गहरी सांस लें. इस विधि से आप महसूस करेंगे कि आपका ऑक्सीजन लेवल निश्चित रूप से बढ़ा है. स्वास्थ संबंधी और परेशानी बढ़ती है, तो चिकित्सकों से परामर्श लें. जरूरत पड़ने पर जिला कोविड-19 डेडिकेटेड हेल्थ सेंटर और ऐसा अस्पताल जहां कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा है, वहां भर्ती होकर अपना इलाज करवाएं.
यह भी पढ़ें- Bihar Corona Update: बिहार में कोरोना ने पकड़ा रफ्तार, शनिवार को मिले 12359 नए मरीज, सीवान में BDO की गई जान
यह भी पढ़ें- बांकाः कोरोना ने ले ली एक और डॉक्टर की जान
यह भी पढ़ें- कोविड महामारी के बीच मिली हनुमान जी की 'संजीवनी', मुफ्त ऑक्सीजन, इलाज सहित कई सुविधाएं भी