पटना: होली में रंग गुलाल का तो खास महत्व होता ही है, लेकिन उसके साथ ही पकवान और मिठाइ खिलाने प्रचलन भी काफी पुराना हैं. मिठाई दुकानदारों का हाल जानने ईटीवी भारत की टीम ने पटना के विभिन्न इलाकों में मिठाई दुकान पर पहुंची, तो हमने पाया की दुकानें तो खुली है, मिठाइयां भी काफी है, लेकिन खरीरदार नहीं हैं.
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क्या कहते हैं दुकानदार ?
बोरिंग रोड स्थित एक मिठाई दुकानदार ने बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है कि इतनी कम मिठाइयां बिक रही हैं. कुछ लोग ही मिठाई खरीदने आ रहे हैं. मिठाइयों की वेरायटी काफी अधिक है लेकिन लोग खरीद नहीं रहे. प्रत्येक वर्ष के मुकाबले इस वर्ष महज 30% ही बिक्री हो रही है. उन्होंने कहा कि हमें आशा है कि अभी होली में 1 दिन बचा हैं, लोग आएं और खरीदारी करें.
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वहीं, कदम कुआं के दुकानदार ने बताया कि लोग एक तो घर से कम बाहर निकल रहे हैं और दूसरा कोरोना का डर उन्हें सता रहा है. इसलिए लोग खरीदारी कम कर रहे हैं. लोग बाहर खाने से परहेज कर रहे हैं. इसलिए मिठाई भी कम खरीद रहे हैं. उन्होंने बताया कि बिक्री काफी कम हो रही है. 30 से 40% के लगभग बिक्री हो रही है.
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अनिशाबाद के मिठाई दुकानदार ने बताया कि मिठाइयों की वैरायटी काफी अधिक है. गर्मी भी काफी अधिक है. मिठाई को ज्यादा दिन नहीं रख सकते. पहली बार ऐसा हुआ है जब होली के समय एकदम बिक्री नहीं हो रही. पहले होली में इतनी भीड़ होती थी की ग्राहकों को मिठाई देना काफी मुश्किल होता था. काफी संख्या में लोग पहुंचते थे और इस बार हालत ऐसी है कि खरीदार ही नहीं हैं.
मिठाई दुकानदार ने बताया कि होली तो क्या ऐसे भी बिक्री काफी अच्छी होती थी. इतनी मिठाईयां बन गई है पूंजी भी निकल पाएगा कि नहीं इसकी भी गारंटी नहीं है. लेकिन हमें आशा है कि बिक्री होगी और करीब 50% तक बिक्री होने की संभावना है.
कोरोना से आम जनता की जेब ढ़ीली
वहीं, मिठाई दुकान पर पनीर खरीदने पहुंचे व्यक्ति ने बताया कि आम जनता की जेब ढीली हो गई है. लोगों के पास पैसे नहीं हैं. आम खाना खाएंगे या मिठाइयां खरीदेंगे. इसलिए इस वक्त हम भी कम खरीदारी कर रहे हैं.