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CM नीतीश की PM उम्मीदवारी को लेकर सस्पेंस बरकरार, KCR ने दिया गोलमोल जवाब

विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम में बिहार के सीएम नीतीश कुमार जुटे हैं. ऐसे में तेलंगाना के सीएम केसीआर से उनकी मुलाकात को लेकर सरगर्मी बढ़ी हुई है. लेकिन इस मुलाकात के बाद भी सवाल अब भी यही बना हुआ है कि विपक्ष की ओर से पीएम पद का उम्मीदवार कौन होगा क्योंकि केसीआर के बयान ने इसपर सस्पेंस बढ़ा दिया है. पढ़ें.

Suspense regarding CM Nitish PM candidate
Suspense regarding CM Nitish PM candidate
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Published : Sep 1, 2022, 3:08 PM IST

पटना: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (Telangana CM KCR) के बिहार के दौरे के बाद भी प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish PM Candidate) प्रोजेक्ट किए जाएंगे या नहीं इसपर सस्पेंस बना हुआ है. केसीआर ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आप क्यों जल्दबाजी कर रहे हैं. बैठकर बात करने दीजिए. हम जरूर बैठेंगे. इस जवाब से सीएम नीतीश असहज नजर आए और कई बार वे अपनी कुर्सी से उठकर जाने लगे लेकिन केसीआर बार-बार उन्हें रोकते दिखे. ऐसे में क्या बिहार राष्ट्रीय एकता को बिहार में धार देगा जानने के लिए विस्तार से पढ़े.

पढ़ें- मोदी के सामने नीतीश होंगे विपक्ष का चेहरा? बोले KCR- सब लोग बैठकर बातचीत करेंगे, जल्दबाजी नहीं

विपक्ष को एकजुट करने की तैयारी शुरू: केसीआर (CM KCR On CM Nitish Kumar) की मुलाकात नीतीश कुमार के अलावा लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के साथ भी हुई है. मिशन 2024 को लेकर विपक्षी एकता को धार देने के लिए नेताओं ने कमर कस ली है. विपक्ष भाजपा के खिलाफ गोलबंद होने की तैयारी कर रहा है. नीतीश कुमार और के चंद्रशेखर राव ने जहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन कर अपने तेवर दिखलाए. वहीं केसीआर की लालू प्रसाद यादव के साथ आधे घंटे तक बातचीत हुई.

नीतीश-केसीआर ने बीजेपी पर साधा निशाना: मिल रही जानकारी के मुताबिक फिलहाल भाजपा विरोधी राजनीतिक दलों और नेताओं को एकजुट करने की कवायद की जाएगी. जब राजनीतिक दल एकजुट हो जाएंगे, तब प्रधानमंत्री पद को लेकर निर्णय लिया जाएगा. थर्ड फ्रंट के बजाए पूरे विपक्ष को एकजुट करने की कवायद की जा रही है. केसीआर और सीएम नीतीश के तेवर भाजपा को लेकर तल्ख दिखे. दोनों नेताओं ने भाजपा को कटघरे में खड़ा किया. नीतीश कुमार ने प्रदेश को एक बार फिर से स्पेशल स्टेटस की मांग को नजरअंदाज करने पर बीजेपी पर भड़ास निकाली तो केसीआर ने भी पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला किया.

सीएम नीतीश ने केसीआर के कामों को सराहा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की जमकर तारीफ की और कहा कि आपने गांव गांव तक पानी पहुंचाने का काम किया है. आपकी बदौलत तेलंगाना अलग राज्य बना लेकिन प्रचार तंत्र वाले को यह सब नहीं दिखता है. आप जैसे लोगों की भी आलोचना करते हैं. स्पेशल स्टेटस के मुद्दे पर भी नीतीश कुमार ने केंद्र को घेरा नीतीश कुमार ने विपक्ष को एक फोरम पर आने का आह्वान किया.

"हमने तो देखा है कि कैसे केसीआर ने बड़े बड़े काम किए हैं. फिर भी इनपर निशाना साधा जाता है. अब राज्यों को पैसा घट रहा है. बिहार पिछड़ा राज्य है. हम विशेष राज्य का दर्जा कब से मांग रहे हैं लेकिन कुछ नहीं हुआ. हमने बिहार के लिए कितना काम किया है सबको पता है."- नीतीश कुमार, सीएम, बिहार

बोले केसीआर- 'पीएम मोदी को रोकना है जरूरी': तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि हर क्षेत्र में देश पीछे हुआ है और स्थिति बेहद चिंताजनक है. डॉलर अब तक के सबसे कमजोर स्तर पर है. नीतीश कुमार जी हमारे बड़े भाई हैं. तमाम विपक्षी दलों को 2024 में प्रधानमंत्री मोदी को रोकने के लिए एक फोरम पर आना चाहिए. केसीआर ने इस दौरान कहा कि नीतीश कुमार के पीएम उम्मीदवार पर जल्दबाजी ना करें.

"आप क्यों जल्दबाजी कर रहे हैं. बैठकर बात करने दीजिए. हम जरूर बैठेंगे. भाजपा के जितने भी विरोधी दल हैं इस देश में, उनको एकजुट करने का हरसंभव से प्रयास करेंगे और बैठक में सर्वसहमति से जो बात निकलकर आएगी वह आपलोगों को जरूर बताएंगे. बिना दूल्हा के तो शादी होती ही नहीं है"- के चंद्रशेखर राव, मुख्यमंत्री, तेलंगाना

"तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव की जमीन खिसक चुकी है. वह अपनी जमीन मजबूत करने के लिए बिहार दौरे पर आए हैं. नीतीश और के चंद्रशेखर राव मिल भी जाएंगे तो यह शून्य को शून्य में जोड़ने के बराबर होगा. के चंद्रशेखर राव को विधानसभा चुनाव की चिंता सता रही है."-संजय मयूख, राष्ट्रीय प्रवक्ता, भाजपा

"जब दो बड़े नेता मिलते हैं तो राजनीतिक चर्चा होती है. बिहार से ही पीएम मोदी को चुनौती मिलेगी. नेता कौन होगा यह बाद में तय कर लिया जाएगा. महत्वपूर्ण यह है कि विपक्ष पहले एक फोरम पर आए जिसकी शुरुआत बिहार से हो चुकी है."- एजाज अहमद, आरजेडी प्रवक्ता

"के चंद्रशेखर राव के दौरे से विपक्षी एकता को धार देने की तैयारी है. अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन, अखिलेश यादव, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव से केसीआर मिल चुके हैं. प्रयास यह है कि पहले तमाम दलों को एकजुट किया जाए और फिर नेता कौन हो इस पर बाद में विमर्श हो."- डॉ संजय कुमार, राजनीतिक विश्लेषक

पटना: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (Telangana CM KCR) के बिहार के दौरे के बाद भी प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish PM Candidate) प्रोजेक्ट किए जाएंगे या नहीं इसपर सस्पेंस बना हुआ है. केसीआर ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आप क्यों जल्दबाजी कर रहे हैं. बैठकर बात करने दीजिए. हम जरूर बैठेंगे. इस जवाब से सीएम नीतीश असहज नजर आए और कई बार वे अपनी कुर्सी से उठकर जाने लगे लेकिन केसीआर बार-बार उन्हें रोकते दिखे. ऐसे में क्या बिहार राष्ट्रीय एकता को बिहार में धार देगा जानने के लिए विस्तार से पढ़े.

पढ़ें- मोदी के सामने नीतीश होंगे विपक्ष का चेहरा? बोले KCR- सब लोग बैठकर बातचीत करेंगे, जल्दबाजी नहीं

विपक्ष को एकजुट करने की तैयारी शुरू: केसीआर (CM KCR On CM Nitish Kumar) की मुलाकात नीतीश कुमार के अलावा लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के साथ भी हुई है. मिशन 2024 को लेकर विपक्षी एकता को धार देने के लिए नेताओं ने कमर कस ली है. विपक्ष भाजपा के खिलाफ गोलबंद होने की तैयारी कर रहा है. नीतीश कुमार और के चंद्रशेखर राव ने जहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन कर अपने तेवर दिखलाए. वहीं केसीआर की लालू प्रसाद यादव के साथ आधे घंटे तक बातचीत हुई.

नीतीश-केसीआर ने बीजेपी पर साधा निशाना: मिल रही जानकारी के मुताबिक फिलहाल भाजपा विरोधी राजनीतिक दलों और नेताओं को एकजुट करने की कवायद की जाएगी. जब राजनीतिक दल एकजुट हो जाएंगे, तब प्रधानमंत्री पद को लेकर निर्णय लिया जाएगा. थर्ड फ्रंट के बजाए पूरे विपक्ष को एकजुट करने की कवायद की जा रही है. केसीआर और सीएम नीतीश के तेवर भाजपा को लेकर तल्ख दिखे. दोनों नेताओं ने भाजपा को कटघरे में खड़ा किया. नीतीश कुमार ने प्रदेश को एक बार फिर से स्पेशल स्टेटस की मांग को नजरअंदाज करने पर बीजेपी पर भड़ास निकाली तो केसीआर ने भी पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला किया.

सीएम नीतीश ने केसीआर के कामों को सराहा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की जमकर तारीफ की और कहा कि आपने गांव गांव तक पानी पहुंचाने का काम किया है. आपकी बदौलत तेलंगाना अलग राज्य बना लेकिन प्रचार तंत्र वाले को यह सब नहीं दिखता है. आप जैसे लोगों की भी आलोचना करते हैं. स्पेशल स्टेटस के मुद्दे पर भी नीतीश कुमार ने केंद्र को घेरा नीतीश कुमार ने विपक्ष को एक फोरम पर आने का आह्वान किया.

"हमने तो देखा है कि कैसे केसीआर ने बड़े बड़े काम किए हैं. फिर भी इनपर निशाना साधा जाता है. अब राज्यों को पैसा घट रहा है. बिहार पिछड़ा राज्य है. हम विशेष राज्य का दर्जा कब से मांग रहे हैं लेकिन कुछ नहीं हुआ. हमने बिहार के लिए कितना काम किया है सबको पता है."- नीतीश कुमार, सीएम, बिहार

बोले केसीआर- 'पीएम मोदी को रोकना है जरूरी': तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि हर क्षेत्र में देश पीछे हुआ है और स्थिति बेहद चिंताजनक है. डॉलर अब तक के सबसे कमजोर स्तर पर है. नीतीश कुमार जी हमारे बड़े भाई हैं. तमाम विपक्षी दलों को 2024 में प्रधानमंत्री मोदी को रोकने के लिए एक फोरम पर आना चाहिए. केसीआर ने इस दौरान कहा कि नीतीश कुमार के पीएम उम्मीदवार पर जल्दबाजी ना करें.

"आप क्यों जल्दबाजी कर रहे हैं. बैठकर बात करने दीजिए. हम जरूर बैठेंगे. भाजपा के जितने भी विरोधी दल हैं इस देश में, उनको एकजुट करने का हरसंभव से प्रयास करेंगे और बैठक में सर्वसहमति से जो बात निकलकर आएगी वह आपलोगों को जरूर बताएंगे. बिना दूल्हा के तो शादी होती ही नहीं है"- के चंद्रशेखर राव, मुख्यमंत्री, तेलंगाना

"तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव की जमीन खिसक चुकी है. वह अपनी जमीन मजबूत करने के लिए बिहार दौरे पर आए हैं. नीतीश और के चंद्रशेखर राव मिल भी जाएंगे तो यह शून्य को शून्य में जोड़ने के बराबर होगा. के चंद्रशेखर राव को विधानसभा चुनाव की चिंता सता रही है."-संजय मयूख, राष्ट्रीय प्रवक्ता, भाजपा

"जब दो बड़े नेता मिलते हैं तो राजनीतिक चर्चा होती है. बिहार से ही पीएम मोदी को चुनौती मिलेगी. नेता कौन होगा यह बाद में तय कर लिया जाएगा. महत्वपूर्ण यह है कि विपक्ष पहले एक फोरम पर आए जिसकी शुरुआत बिहार से हो चुकी है."- एजाज अहमद, आरजेडी प्रवक्ता

"के चंद्रशेखर राव के दौरे से विपक्षी एकता को धार देने की तैयारी है. अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन, अखिलेश यादव, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव से केसीआर मिल चुके हैं. प्रयास यह है कि पहले तमाम दलों को एकजुट किया जाए और फिर नेता कौन हो इस पर बाद में विमर्श हो."- डॉ संजय कुमार, राजनीतिक विश्लेषक

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