पटनाः बिहार में यात्राओं का दौर शुरू हो रहा है. अगले साल 5 जनवरी को मुख्यमंत्री सरकारी यात्रा पर निकल रहे हैं. इसी दिन कांग्रेस भी बिहार में भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत (Bharat Jodo Yatra of Congress in Bihar ) करेगी. बेतिया से मुख्यमंत्री की यात्रा शुरू होगी, तो कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा बांका शुरू होने वाली है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या महागठबंधन के घटक दल भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे, या फिर ये मुख्यमंत्री की यात्रा के साथ रहेंगे.
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महागठबंधन घटक दलों पर संशयः बिहार में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा बांका से शुरू होगी. इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शामिल होंगे. यात्रा की तैयारी लगातार चल रही है. प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और पार्टी के नेता लगातार तैयारियों में लगे हैं. कई राज्यों में सहयोगी दल के नेता भी कांग्रेस की यात्रा में शामिल हुए थे, लेकिन बिहार में आरजेडी, जेडीयू और वामपंथी दल के नेता शामिल होंगे कि नहीं इस पर सस्पेंस बना हुआ है.
भारत जोड़ो यात्रा की बिहार में जोर-शोर से तैयारीः बिहार में कांग्रेस की यात्रा बांका से शुरू होगी और गया में समाप्त होगी. यात्रा 60 दिनों की होगी. कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह न ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी. निश्चित रूप से यात्रा को लेकर चर्चा हुई होगी. ऐसे भी पार्टी के राष्ट्रीय नेता पूरे देश में बड़े नेताओं को यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रण दे चुके हैं. बिहार में भी विधिवत आमंत्रण भेजा जाएगा. पार्टी प्रवक्ता राजेश राठौर का कहना है कि महागठबंधन के सहयोगी दलों का सहयोग मिल रहा है. सब ने यात्रा को सराहा है, लेकिन इस पर खुलकर बोलने से बच रहे हैं कि महागठबंधन के घटक दल के नेता कांग्रेस की यात्रा में शामिल होंगे कि नहीं.
"यह यात्रा कांग्रेस पार्टी की है. इसमें बिहार के भी महागठबंधन के साथियों का सहयोग मिला है. सभी साथी दलों को आमंत्रण भेजा गया है. वैसे भारत जोड़ो यात्रा जहां से भी गुजरी है. वहां के सहयोगी दल के नेता इसमें शामिल हुए हैं. बिहार में भी इसे सराहा जा रहा है" - राजेश राठौर, प्रवक्ता कांग्रेस.
गोल-मटोल जवाब दे रहे आरजेडी के नेताः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले ही कह दिया है कि भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस की यात्रा है. जेडीयू के नेता अब कांग्रेस की यात्रा में शामिल होंगे कि नहीं इस पर बोलने से बच रहे हैं, लेकिन आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री वृषिण पटेल का कहना है कि अभी तक पार्टी ने तय नहीं किया है कि यात्रा में शामिल होना है या नहीं होना है. जबकि पार्टी प्रवक्ता शक्ति यादव गोल मटोल जवाब दे रहे हैं. शक्ति यादव का कहना है कि बिहार में बीजेपी को घेरने के लिए सभी दल अपना अपना कार्यक्रम चला रही है. हम लोगों का लक्ष्य एक ही है. भले ही कार्यक्रम अलग-अलग चल रहा है.
"अभी तक पार्टी ने तय नहीं किया है कि यात्रा में शामिल होना है या नहीं होना है. वैसे पूरे देश में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा चल रही है और बिहार में भी शुरू होने वाली है. इससे हमलोगों को पूरी सहानुभूति है. वहीं मुख्यमंत्री भी अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं. ऐसे में को स्पष्ट निर्देश नहीं मिला है कि कहां शामिल होना है और कहां नहीं होना है"- वृषिण पटेल, पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता आरजेडी
"महागठबंधन के मुखिया नीतीश कुमार की यात्रा है पांच जनवरी से और कांग्रेस की भी यात्रा है. बिहार में बीजेपी को घेरने के लिए सभी दल अपना अपना कार्यक्रम चला रही है. हम लोगों का लक्ष्य एक ही है. भले ही कार्यक्रम अलग-अलग चल रहा है" - शक्ति यादव, प्रवक्ता, आरजेडी
भारत जोड़ो यात्रा से आरजेडी और जेडीयू की दिख रही दूरी:कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बैठक कर चुके हैं. प्रदेश अध्यक्ष लगातार बिहार का भ्रमण कर रहे हैं और दावा भी कर रहे हैं कि लाखों लोग भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे. ऐसे बिहार में कांग्रेस की जो भारत जोड़ो यात्रा होगी. उसमें राहुल गांधी शामिल नहीं होंगे. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे शामिल होंगे और पार्टी के बिहार के दिग्गज के साथ वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे, लेकिन महागठबंधन के सहयोगी आरजेडी, जेडीयू और वामपंथी दलों का क्या रुख होता है यह देखना सबसे दिलचस्प होगा. ऐसे आरजेडी और जेडीयू के रुख से तो साफ लग रहा है कि कांग्रेस की यात्रा से फिलहाल दूरी बना ली है.
" बिहार में कांग्रेस पिछलग्गू पार्टी है. जेडीयू की यात्रा में जरूर कांग्रेस के लोग शामिल हो जाएंगे, लेकिन कांग्रेस की यात्रा में जेडीयू और अन्य दलों के लोग शामिल नहीं होंगे"- संजय मयूख, विधान पार्षद, बीजेपी