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'KCR ने नीतीश की उम्मीदों पर फेरा पानी, आधा दर्जन बार CM को हाथ पकड़कर बैठाना पड़ा'

बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि सीएम नीतीश की उम्मीदों पर पानी फिर गया. उन्होंने सोचा था कि तेलंगाना के सीएम केसीआर संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम पर मुहर लगाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यही कारण है कि सीएम नीतीश बार-बार प्रेस कांफ्रेंस से उठकर जाना चाह रहे थे और केसीआर उनका हाथ पकड़कर उन्हें बैठा रहे थे. पढ़ें

Sushil Modi On CM Nitish Kumar
Sushil Modi On CM Nitish Kumar
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Published : Sep 1, 2022, 12:28 PM IST

Updated : Sep 1, 2022, 12:52 PM IST

पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव (Telangana CM KCR) की मुलाकात को लेकर बीजेपी सांसद व बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ( Sushil Modi On CM Nitish Kumar) ने निशाना साधा है. सुशील मोदी ने कहा कि केसीआर ने सीएम नीतीश को प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में स्वीकार नहीं किया. इस बात पर तेलंगाना के सीएम ने मुहर नहीं लगायी.

पढ़ें- 'दूल्हा' की बात कहते रहे KCR और मुस्कुराते रहे नीतीश, 'ना' नहीं किया

बोले सुशील मोदी- 'केसीआर ने नीतीश को नहीं माना पीएम पद का दावेदार': सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने योजनबद्ध तरीके से केसीआर (CM Nitish Kumar Meeting With Telangana CM) को बुलाया था. उन्होंने सोचा था कि केसीआर बिहार आएंगे तो उनके नाम पर संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर मुहर लगाएंगे. लेकिन केसीआर ने साफ इंकार कर दिया. यही कारण के है कि बार-बार नीतीश जी प्रेस कांफ्रेंस के बीच से उठ कर जाने लगे.

"कम से कम आधे दर्जन बार केसीआर ने नीतीश को बैठाने का प्रयास किया लेकिन वे बैठने को तैयार नहीं हो रहे थे. कोई किसी को स्वीकार नहीं करेगा. ये दोनों दिन में सपना देखने वाले लोग है. जो केसीआर अपने राज्य में अपनी बेटी को चुनाव नहीं जीता पाया. केसीआर हैदराबाद नगर निगम के चुनाव में 99 से घटकर 55 पर पहुंच गए. उन्हें पहले अपनी गद्दी बचानी चाहिए. 2024 तक ना तो नीतीश और ना ही केसीआर सीएम रह पाएंगे. जिनकी गद्दी सुरक्षित नहीं है वह पीएम बनने का सपना देख रहे हैं."- सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद

बार-बार उठ रहे थे नीतीश : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पत्रकारों के सवाल पर जवाब दे रहे थे तो पीएम पद के लिए नीतीश कुमार की उम्मीदवारी को लेकर बार-बार सवाल पूछे जाने पर नीतीश कुमार खड़ा हो गए. तेलंगाना के मुख्यमंत्री उन्हें बैठने का आग्रह करते रहे लेकिन नीतीश कुमार बोले कि चलिए छोड़िए हो गया अब. हालांकि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के आग्रह पर फिर से बैठे नीतीश जरूर लेकिन एक बार फिर से खड़ा हो गये जबकि सवाल-जवाब का सिलसिला चल ही रहा था.

'बिना दूल्हा के तो शादी होती ही नहीं' : दरअसल, नीतीश कुमार के पीएम कैंडिडेट के मुद्दे पर केसीआर ने कहा कि अभी जल्दबाजी नहीं है. सर्वसम्मति से इस पर आने वाले समय में फैसला होगा. भाजपा के जितने भी विरोधी दल हैं इस देश में, उनको एकजुट करने का हरसंभव से प्रयास करेंगे और बैठक में सर्वसहमति से जो बात निकलकर आएगी वह आपलोगों को जरूर बताएंगे. बिना दूल्हा के तो शादी होती ही नहीं है.

नीतीश कुमार पीएम मैटेरियल : वैसे भी गाहे-बगाहे जेडीयू और आरजेडी के नेता नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल बताते रहे हैं. मंत्रियों ने तो यहां तक कहा है कि बिहार के लोगों की इच्छा है कि नीतीश कुमार दिल्ली के लालकिले पर तिरंगा फहराएं. पप्पू यादव भी इसके समर्थन में दिखाई पड़े हैं.



पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव (Telangana CM KCR) की मुलाकात को लेकर बीजेपी सांसद व बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ( Sushil Modi On CM Nitish Kumar) ने निशाना साधा है. सुशील मोदी ने कहा कि केसीआर ने सीएम नीतीश को प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में स्वीकार नहीं किया. इस बात पर तेलंगाना के सीएम ने मुहर नहीं लगायी.

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बोले सुशील मोदी- 'केसीआर ने नीतीश को नहीं माना पीएम पद का दावेदार': सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने योजनबद्ध तरीके से केसीआर (CM Nitish Kumar Meeting With Telangana CM) को बुलाया था. उन्होंने सोचा था कि केसीआर बिहार आएंगे तो उनके नाम पर संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर मुहर लगाएंगे. लेकिन केसीआर ने साफ इंकार कर दिया. यही कारण के है कि बार-बार नीतीश जी प्रेस कांफ्रेंस के बीच से उठ कर जाने लगे.

"कम से कम आधे दर्जन बार केसीआर ने नीतीश को बैठाने का प्रयास किया लेकिन वे बैठने को तैयार नहीं हो रहे थे. कोई किसी को स्वीकार नहीं करेगा. ये दोनों दिन में सपना देखने वाले लोग है. जो केसीआर अपने राज्य में अपनी बेटी को चुनाव नहीं जीता पाया. केसीआर हैदराबाद नगर निगम के चुनाव में 99 से घटकर 55 पर पहुंच गए. उन्हें पहले अपनी गद्दी बचानी चाहिए. 2024 तक ना तो नीतीश और ना ही केसीआर सीएम रह पाएंगे. जिनकी गद्दी सुरक्षित नहीं है वह पीएम बनने का सपना देख रहे हैं."- सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद

बार-बार उठ रहे थे नीतीश : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पत्रकारों के सवाल पर जवाब दे रहे थे तो पीएम पद के लिए नीतीश कुमार की उम्मीदवारी को लेकर बार-बार सवाल पूछे जाने पर नीतीश कुमार खड़ा हो गए. तेलंगाना के मुख्यमंत्री उन्हें बैठने का आग्रह करते रहे लेकिन नीतीश कुमार बोले कि चलिए छोड़िए हो गया अब. हालांकि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के आग्रह पर फिर से बैठे नीतीश जरूर लेकिन एक बार फिर से खड़ा हो गये जबकि सवाल-जवाब का सिलसिला चल ही रहा था.

'बिना दूल्हा के तो शादी होती ही नहीं' : दरअसल, नीतीश कुमार के पीएम कैंडिडेट के मुद्दे पर केसीआर ने कहा कि अभी जल्दबाजी नहीं है. सर्वसम्मति से इस पर आने वाले समय में फैसला होगा. भाजपा के जितने भी विरोधी दल हैं इस देश में, उनको एकजुट करने का हरसंभव से प्रयास करेंगे और बैठक में सर्वसहमति से जो बात निकलकर आएगी वह आपलोगों को जरूर बताएंगे. बिना दूल्हा के तो शादी होती ही नहीं है.

नीतीश कुमार पीएम मैटेरियल : वैसे भी गाहे-बगाहे जेडीयू और आरजेडी के नेता नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल बताते रहे हैं. मंत्रियों ने तो यहां तक कहा है कि बिहार के लोगों की इच्छा है कि नीतीश कुमार दिल्ली के लालकिले पर तिरंगा फहराएं. पप्पू यादव भी इसके समर्थन में दिखाई पड़े हैं.



Last Updated : Sep 1, 2022, 12:52 PM IST
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