पटना: उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को सचिवालय स्थित कार्यालय कक्ष में 'पीएम किसान सम्मान निधि योजना' की समीक्षा की. उन्होंने बताया कि साल 2019-20 में बिहार के 44 लाख किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि की पहली किस्त और 30 लाख 79 हजार किसानों को दूसरी किस्त के तौर पर अब तक 1,632 करोड़ राशि ट्रांसफर की गयी है.
डिप्टी सीएम ने संतोष जताया कि दो महीने पहले तक बैंक खातों की संख्या, ब्रांच कोड और आईएफएससी आदि की गड़बड़ियों के कारण पीएम किसान पोर्टल द्वारा रद्द किए गए आवेदनों की संख्या जहां 3 लाख 56 हजार थी. वहीं, लगातार प्रयास के बाद अब ये घटकर मात्र 1 लाख 48 हजार रह गयी है.
सुमो ने दिए दिशा-निर्देश
इसके अलावा उपमुख्यमंत्री ने अंचलाधिकारी और अपर समाहर्ता के स्तर पर तीन महीने से अधिक से जमीन की जांच के लिए लंबित आवेदनों के निष्पादन में तेजी लाने और पंचायतवार सूची बनाकर मुख्यालय स्तर से कृषि समन्यवकों को एसएमएस भेजने का निर्देश दिया. ताकि वे किसानों से व्यक्तिगत सम्पर्क कर उनके आवेदनों की गलतियों और समस्याओं का जल्द से जल्द निपटान करा सकें.
जानें आंकड़े
गौरतलब है कि अब तक प्रदेश के 72 लाख 76 हजार किसानों ने सम्मान निधि के लाभ के लिए आवेदन दिया. जिसमें से 11 लाख 72 हजार किसानों का आवेदन पोर्टल ने रद्द कर दिया. पीएफएमएस पोर्टल द्वारा हर जिले के प्रत्येक पंचायत से औसतन 3 से 6 हजार रद्द किए गए आवेदनों में सुधार किया जाना है. कृषि समन्वयक से लेकर अंचलाधिकारी के स्तर पर जांच हेतु लम्बित 8 लाख 96 हजार आवेदनों का तेजी से निष्पादन करने का निर्देश दिया गया.