पटना: लालू की किताब से नीतीश कुमार पर हमले के बाद बीजेपी के लालू पर खुलासे को लेकर बिहार की सियासत इन दिनों उफान पर है. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में सुशील मोदी ने लालू यादव पर कई आरोप लगाए हैं.
सुशील मोदी ने कहा कि लालू यादव भाजपा से दूरी बनाने का ढोंग करते हैं, लेकिन उन्होंने कई बार बीजेपी से मदद ली है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के केस में सीबीआई अदालत ना जाए इसके लिए लालू प्रसाद यादव ने अपना दूत भेजकर अरूण जेटली से सहयोग मांगा था.
ईटीवी भारत से बोले सुमो
सुमो ने कहा कि लालू के दूत के रूप में दो से तीन बार प्रेम कुमार अरुण जेटली से मिले थे. उसके बाद लालू प्रसाद यादव ने भी जेटली से मुलाकात की थी, लालू ने कहा था कि सीबीआई में थोड़ी सी ढील दे दें तो मैं नीतीश कुमार को धूल चटा दूंगा. हालांकि लालू यादव के इस ऑफर को अरूण जेटली ने ठुकरा दिया था.
लालू ने क्या खुलासा किया था
गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव ने अपनी किताब गोपालगंज से रायसीना के जरिए यह कहा था कि एनडीए में शामिल होने के बाद नीतीश कुमार महागठबंधन में वापसी चाहते थे. इसके लिए नीतीश कुमार ने अपने नजदीकी प्रशांत किशोर को पांच बार उनके पास भेजा.
प्रशांत किशोर ने दी चुनौती
इस मामले के सामने आने के बाद बिहार की सियासी तपिश पढ़ गई और राजद नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर को घेरने लगी. जिसके बाद प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर लालू यादव को मीडिया के सामने बहस करने की खुली चुनौती दे दी.
बीजेपी ने किया खुलासा
मामला गर्माने बीच ही सुशील मोदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर हमला बोल. सुमो ने कहा कि लालू ने सीबीआई कार्रवाई में रियायत के लिए अरूण जेटली से मुलाकात की और नीतीश कुमार को धूल चटाने का ऑफर दिया लेकिन जेटली ने उनके ऑफर को ठुकरा दिया.