पटनाः बिहार में सियासी पारा आनंद मोहन की रिहाई के बाद से एकाएक काफी ऊपर चढ़ गया है. एक तरफ जहां विपक्ष इस रिहाई पर कई तरह के सवाल खड़े कर रही है, वहीं सत्तापक्ष इसे नियम के तहत बताकर सफाई देने में जुटा है. इसी क्रम में नीतीश कुमार ने आज सांसद सुशील कुमार मोदी (MP Sushil Kumar Modi ) को आनंद मोहन की रिहाई की मांग करने को लेकर कटघरे में खड़ा कर दिया था. इस पर सुशील कुमार मोदी ने पलटवार किया और कहा कि हमने कभी नहीं कहा था कि कानून बदलकर रिहा किया जाए.
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कानून बदलकर आनंद मोहन को किया रिहाः सुशील कुमार मोदी ने कहा की हमने कभी नहीं कहा था की कानून बदलकर रिहा किया जाय. नीतीश कुमार ने सरकारी सेवक को लेकर जो कानून था, उसे ही बदल दिया. यह बहुत बड़ा गुनाह है. देश कभी भी उनको इस गुनाह के लिए माफ नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि मेरी बात को लेकर जो वह कह रहे हैं साफ गलत है. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि सुशील कुमार मोदी ने भी आनंद मोहन को रिहा करने की मांग की थी. इसी पर सुशील कुमार मोदी ने पलटवार किया है.
"राजनीतिक स्वार्थ के लिए नीतीश कुमार ने कानून बदल कर आनंद मोहन को रिहा किया है. ये बहुत बड़ा गुनाह है. देश इसके लिए उन्हें माफ नहीं करेगा. मेरी बात को लेकर जो वह कह रहे हैं साफ गलत है. हमने कभी नहीं कहा था की कानून बदलकर रिहा किया जाय" - सुशील कुमार मोदी, बीजेपी सांसद
सरकारी सेवकों की ढाल खत्म कर दीः सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सरकारी सेवक जब ड्यूटी में होते हैं और उनकी हत्या हो जाती है तो ऐसे कानून बनाए गए थे. आज कानून बदलकर नीतीश कुमार ने लाखों सरकारी सेवक के ढाल को खत्म कर दिया है. अब उनके साथ नौकरी के समय में अगर कोई घटना होती है, तो देखिए सजा क्या होगी. हमने कभी नहीं कहा था कि कानून बदलना है, लेकिन उन्होंने क्या कर दिया. यह बड़ा गुनाह किया है. अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए अपने फायदे के लिए ये नीतीश कुमार ने किया है. अगले चुनाव में उनको लाभ मिले.