ETV Bharat / state

'मोदी के विरोध में राम विरोधी हुआ इंडी गठबंधन'- सुशील मोदी - राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा

Sushil Modi: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का विरोध करने पर भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मोदी का विरोध करते-करते कांग्रेस राम विरोधी हो गई है. पढ़ें पूरी खबर.

सुशील मोदी का कांग्रेस पर हमला
सुशील मोदी का कांग्रेस पर हमला
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 12, 2024, 8:03 AM IST

Updated : Jan 12, 2024, 8:12 AM IST

पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार करने का निर्णय कर फिर एक ऐतिहासिक भूल की है. कांग्रेस ने सिद्ध किया कि वह राष्ट्रीय गौरव, भारतीय पराक्रम और भारत कल्याण के हर महत्वपूर्ण कार्य का बहिष्कार कर उसमें विघ्न डालने वाली पार्टी है.

महागठबंधन पर साधा निशाना: सुशील मोदी ने कांग्रेस पर अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि उसकी संगत में पड़े जो भी दल राम-काज का बहिष्कार कर रहे हैंं, देश की जनता अगले चुनाव में उन सबका बहिष्कार करेगी. कहा कि कांग्रेस वर्चस्व वाले इंडी गठबंधन के पांच बड़े दलों ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार किया है और कई दल मंदिर के विरुद्ध लगातार जहर उगल रहे हैं, जबकि यह भाजपा या मोदी सरकार का कार्यक्रम नहीं है.

नीतीश कुमार को दी सलाह: उन्होंने कहा कि विपक्ष अब मोदी के विरोध में राम विरोधी हो चुकी है. जो लोग न्यायलय के निर्णय से राम मंदिर निर्माण के पक्ष में थे और जो कह रहे हैं कि राम सबके हैं, वे बतायें कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में क्यों नहींं जाना चाहते? नीतीश कुमार तय करें कि वे कांग्रेस का अनुसरण करेंगे या कोई अलग लाइन लेने का साहस करेंगे.

नए संसद भवन के बहिष्कार पर भी उठाए सवाल: मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने स्वाधीनता के अमृत काल में राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक नये संसद भवन के लोकार्पण का बहिष्कार किया, जबकि अंग्रेजों के बनाये संसद भवन से उसे कोई आपत्ति नहीं थी. 'एक देश-एक कर प्रणाली' की नीति के अन्तर्गत राजस्व संग्रह और संसाधन बढ़ाने के लिए जब जीएसटी लागू किया गया, तब भी कांग्रेस ने बहिष्कार रास्ता अपनाया.

जी-20 के बहिस्कार पर भी साधा निशाना: सुशील मोदी ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देशों की अध्यक्षता भारत को मिलना वैश्विक राजनीति में एक बड़ी उपलब्धि थी, लेकिन इस पर विघ्न-संतोषी कांग्रेस ने अपना विरोध प्रकट करने के लिए राष्ट्रपति के सम्मान भोज का बहिष्कार किया. कांग्रेस ने सीमा पार के आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाये और जम्मू-कश्मीर में धारा-370 हटाने का विरोध किया. आज ये लोग बाबरी मस्जिद समर्थक चरमपंथियों को खुश करने के लिए राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का बहिष्कार कर रहे हैं.

"प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने गुजरात में सोमनाथ मंदिर के नवनिर्माण का विरोध कर कांग्रेस में मंदिर और सनातन धर्म के विरोध का बीज बोया था. वह सोनिया गांधी के समय तक घातक विष-वृक्ष बन चुका है. उस समय नेहरू के विरोध के बावजूद राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद एक सनातनी हिंदू के रूप में सोमनाथ मंदिर गए थे. आज की कांग्रेस के पास कोई राजेंद्र बाबू जैसा नेता नहीं है."- सुशील मोदी, पूर्व उपमुख्यमंत्री

ये भी पढ़ें-

'हिम्मत है तो सारे मंदिर-मस्जिद तोड़ कर अस्पताल बनवायें', सुशील मोदी का तेजस्वी यादव को चैलेंज

'वार्ड और पंचायत स्तर पर जातीय सर्वे के आंकड़े जारी करे बिहार सरकार', सुशील मोदी की मांग

'भाजपा का डर दिखा कर गठबंधन में 'मुंशी जैसा पद' लेना चाहते हैं नीतीश': सुशील मोदी

पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार करने का निर्णय कर फिर एक ऐतिहासिक भूल की है. कांग्रेस ने सिद्ध किया कि वह राष्ट्रीय गौरव, भारतीय पराक्रम और भारत कल्याण के हर महत्वपूर्ण कार्य का बहिष्कार कर उसमें विघ्न डालने वाली पार्टी है.

महागठबंधन पर साधा निशाना: सुशील मोदी ने कांग्रेस पर अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि उसकी संगत में पड़े जो भी दल राम-काज का बहिष्कार कर रहे हैंं, देश की जनता अगले चुनाव में उन सबका बहिष्कार करेगी. कहा कि कांग्रेस वर्चस्व वाले इंडी गठबंधन के पांच बड़े दलों ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार किया है और कई दल मंदिर के विरुद्ध लगातार जहर उगल रहे हैं, जबकि यह भाजपा या मोदी सरकार का कार्यक्रम नहीं है.

नीतीश कुमार को दी सलाह: उन्होंने कहा कि विपक्ष अब मोदी के विरोध में राम विरोधी हो चुकी है. जो लोग न्यायलय के निर्णय से राम मंदिर निर्माण के पक्ष में थे और जो कह रहे हैं कि राम सबके हैं, वे बतायें कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में क्यों नहींं जाना चाहते? नीतीश कुमार तय करें कि वे कांग्रेस का अनुसरण करेंगे या कोई अलग लाइन लेने का साहस करेंगे.

नए संसद भवन के बहिष्कार पर भी उठाए सवाल: मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने स्वाधीनता के अमृत काल में राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक नये संसद भवन के लोकार्पण का बहिष्कार किया, जबकि अंग्रेजों के बनाये संसद भवन से उसे कोई आपत्ति नहीं थी. 'एक देश-एक कर प्रणाली' की नीति के अन्तर्गत राजस्व संग्रह और संसाधन बढ़ाने के लिए जब जीएसटी लागू किया गया, तब भी कांग्रेस ने बहिष्कार रास्ता अपनाया.

जी-20 के बहिस्कार पर भी साधा निशाना: सुशील मोदी ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देशों की अध्यक्षता भारत को मिलना वैश्विक राजनीति में एक बड़ी उपलब्धि थी, लेकिन इस पर विघ्न-संतोषी कांग्रेस ने अपना विरोध प्रकट करने के लिए राष्ट्रपति के सम्मान भोज का बहिष्कार किया. कांग्रेस ने सीमा पार के आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाये और जम्मू-कश्मीर में धारा-370 हटाने का विरोध किया. आज ये लोग बाबरी मस्जिद समर्थक चरमपंथियों को खुश करने के लिए राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का बहिष्कार कर रहे हैं.

"प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने गुजरात में सोमनाथ मंदिर के नवनिर्माण का विरोध कर कांग्रेस में मंदिर और सनातन धर्म के विरोध का बीज बोया था. वह सोनिया गांधी के समय तक घातक विष-वृक्ष बन चुका है. उस समय नेहरू के विरोध के बावजूद राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद एक सनातनी हिंदू के रूप में सोमनाथ मंदिर गए थे. आज की कांग्रेस के पास कोई राजेंद्र बाबू जैसा नेता नहीं है."- सुशील मोदी, पूर्व उपमुख्यमंत्री

ये भी पढ़ें-

'हिम्मत है तो सारे मंदिर-मस्जिद तोड़ कर अस्पताल बनवायें', सुशील मोदी का तेजस्वी यादव को चैलेंज

'वार्ड और पंचायत स्तर पर जातीय सर्वे के आंकड़े जारी करे बिहार सरकार', सुशील मोदी की मांग

'भाजपा का डर दिखा कर गठबंधन में 'मुंशी जैसा पद' लेना चाहते हैं नीतीश': सुशील मोदी

Last Updated : Jan 12, 2024, 8:12 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.