पटना: नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव विपक्षी एकता को धार देने में जुटे हैं. दोनों नेता भाजपा विरोधी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. ममता बनर्जी से मिलने के बाद नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव अखिलेश यादव से भी मिलने पहुंचे. लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्ष को साथ लाने की कोशिश के तहत रणनीति तैयार की जा रही है. इसको लेकर बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने निशाना साधा है.
'2024 में कोई वैकेंसी नहीं': सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार कोई भी गठबंधन बना ले लेकिन 2024 में कोई वैकेंसी नहीं है. नीतीश जी सरकारी खर्च से घूम रहे हैं. अगर आपको विपक्षी एकता करनी है तो सरकारी हवाई जहाज लेकर क्यों घूम रहे हैं? पार्टी का हवाई जहाज लेकर घूमिए. अखिलेश यादव और सीएम नीतीश की मुलाकात को लेकर सुशील मोदी ने कहा कि क्या अखिलेश यादव और मायावती में कोई समझौता हो सकता है. क्या बंगाल के अंदर ममता बनर्जी और कांग्रेस में कोई समझौता हो सकता है. जिस दिन ममता बनर्जी कांग्रेस से समझौता कर लेंगी उस दिन खत्म हो जाएंगी.
"ममता बनर्जी तो कांग्रेस की जमीन पर ही राजनीति कर रही हैं. कांग्रेस के कमजोर होने पर ममता बनर्जी ताकतवर होंगीं. इसलिए नीतीश कुमार लाख प्रयास कर ले कुछ होने वाला नहीं है. सिर्फ मीडिया और सुर्खियों में बने रहने के लिए घूम रहे हैं. इन सबका कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. अगर साथ आ भी गए तो बीजेपी के स्वास्थ्य पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा."- सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद
1977 में विपक्षी एकजुटता का दिखा था नजारा: बता दें कि 1977 को छोड़कर आजतक कभी भी विपक्षी दल साथ नहीं आए हैं. अगर नीतीश कुमार की मेहनत रंग लाती है तो वाकई पूरे देश की राजनीति के लिए यह बड़ी घटना होगी जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगी. वहीं बंगाल प्रभारी और भाजपा नेता मंगल पांडे ने भी विपक्षी एकता को लेकर सवाल खड़े किए हैं.
"विपक्षी एकता संभव नहीं है. एक ओर महागठबंधन नेता विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं तो दूसरी तरफ सैकड़ों की तादाद में बिहार भर के कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो रहे हैं."- मंगल पांडे, भाजपा नेता