पटनाः उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पिछड़ा और अति पिछड़ा को लेकर राजद पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने 15 साल तक अति पिछड़ों को अपना बंधुआ मजदूर बना कर रखा और पिछड़ों के वोट पर अपना एकाधिकार समझते रहे, आज उन्हें पिछड़ा वर्ग के प्रधानमंत्री को देखकर जलन हो रही है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि जो लोग आज अति पिछड़ों के हिमायती बने हुए हैं और मोदी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं, वह देखें कि मोदी सरकार ने पिछड़े समाज को कितना सम्मान दिया है. कई लोगों को राज्यपाल बनाया गया और राजद ने 17 में केवल एक अति पिछड़ा को टिकट दिया. महागठबंधन ने जहां 3 अति पिछड़ा को टिकट दिया है. वहीं, एनडीए ने 7 अति पिछड़ा को टिकट दिया है. राजद केवल एमवाई बनकर रह गया है. आज यह लोग पूछ रहे हैं कि पीएमओ में कौन है पिछड़ा.
क्या बोले सुशील मोदी
सुशील मोदी ने कहा कि पीएम का जो प्राइवेट सेक्रेट्री है वह आदिवासी समाज से आता है. नरेंद्र मोदी की सरकार ने बिहार के भगवान लाल सैनी को पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाया है. नरेंद्र मोदी की सरकार ने पिछड़े वर्ग के वर्गीकरण के लिए अलग से आयोग का गठन किया. इस सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का काम किया.
हमारी सरकार ने कई पिछड़े और दलित समुदाय से आने वाले लोगों को राज्यपाल बनाया. सुशील मोदी ने कहा कि राजद की कठिनाई यह है की एक-एक करके सारी अति पिछड़ी जाति ने राजद का साथ छोड़ दिया और इसी गुस्से में उन्होंने अपने 17 टिकट में सिर्फ एक टिकट अति पिछड़ा समाज को दिया है.
'ऊंची जाति को भी दिया आरक्षण'
सुशील मोदी ने कहा कि आज राजद की पिछड़े की परिभाषा माई तक आकर सिमट गई है. हम लोगों ने पिछड़ा अति पिछड़ा समाज के सभी वर्गों का ख्याल रखा साथ ही ऊंची जाति के गरीब लोगों का भी ख्याल रखा है. इसलिए बिना आरक्षण में छेड़छाड़ किए हुए ऊंची जाति के गरीब लोगों को भी 10% आरक्षण देने का काम किया है. वहीं, साध्वी प्रज्ञा का हेमंत करकरे पर दिए बयान पर सुशील मोदी ने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है.