पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Rajya Sabha member Sushil Kumar Modi) ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम बनने के अपने महत्वांकाक्षी सपने के दबाव में भ्रष्टचार से समझौता कर लिया. वे घोटाले संलिप्त लालू परिवार को बचाने में लगे हैं. सुशील मोदी ने कहा कि जांच एजेंसियों की कार्रवाई होने पर बार-बार लालू परिवार को फंसाने का जो झूठा प्रचार किया जाता है, उसमें कोई दम होता तो लालू प्रसाद चारा घोटाला के सभी पांच मामलों में अदालत से दोषी नहीं पाये जाते.
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लालू का मंत्रः सुशील मोदी ने कहा कि 2008 में लालू प्रसाद के विरुद्ध भ्रष्टचार के मामलों की जांच के लिए शरद यादव और ललन सिंह ने पहल की थी. जदयू ने सारे दस्तावेज सीबीआई को उपलब्ध कराये और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ज्ञापन भी दिया था. आज यही लोग लालू प्रसाद पर कार्रवाई रोकने के लिए प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख रहे हैं. सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद ने सत्ता में रहते हुए यही बस एक ही मंत्र अपनाया "तुम मुझे जमीन दो, मैं तुम्हें नौकरी दूंगा"
तेजस्वी 52 सम्पत्तियों के मालिकः सुशील मोदी ने कहा कि गरीब परिवार में जन्मे लालू प्रसाद सबसे बड़े जमींदार बन गए. पटना में उनके पास 1 लाख वर्ग फुट से ज्यादा जमीन है. हर काम के बदले जमीन लेते हैं. उन्होंने ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव को बताना चाहिए कि वे दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कालोनी में अरबों रुपये के चार मंजिला मकान के मालिक कैसे बन गए. तेजस्वी यादव ने इंटरमीडिएट तक भी पढ़ाई नहीं की. क्रिकेट में विफल रहे फिर भी बिना कोई उद्योग-व्यापार किये 52 सम्पत्तियों के मालिक कैसे बन गए? उन्होंने सवाल उठाये कि क्या इसकी जांच नहीं होनी चाहिए.
"लालू प्रसाद ने विधायक, सांसद, मंत्री, एमएलसी बनावाने के बदले परिवार के सदस्यों के नाम जमीनें लीं और खुद ही पूरे परिवार को फंसा दिया. उन्हें किसी दूसरे ने नहीं फंसाया. अबु दोजाना वही हैं, जो पटना में तेजस्वी यादव का 750 करोड़ का मॉल बनवा रहे थे"- सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद, भाजपा