पटना: वर्ष 2020 बिहार के लिए अच्छी से ज्यादा बुरी यादें छोड़कर जा रहा है. कोविड-19 ने बिहार से कई प्रमुख हस्तियों को छीन लिया. इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह और बिहार के दो कैबिनेट मंत्री भी थे. इनके अलावा केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने भी इस वर्ष दुनिया को अलविदा कह दिया.
मशहूर बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह, बिहार सरकार के मंत्री विनोद कुमार सिंह और कपिलदेव कामत के अलावा बीजेपी के एक एमएलसी सुनील कुमार सिंह समेत कई प्रमुख हस्तियों ने इस साल दुनिया को अलविदा कह दिया.
इन प्रमुख बिहारी हस्तियों ने दुनिया को कहा अलविदा
- सुशांत सिंह राजपूत
- रघुवंश प्रसाद सिंह
- वशिष्ठ नारायण सिंह
- बैद्यनाथ प्रसाद महतो
- रामविलास पासवान
- विनोद कुमार सिंह
- कपिलदेव कामत
- मृदुला सिन्हा
- सुनील कुमार सिंह
25 जनवरी 2020: वशिष्ठ नारायण सिंह का निधन
25 जनवरी 2020 को मशहूर गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का निधन हो गया था. फरवरी में जदयू को वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट से सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो के निधन से बड़ा झटका लगा. बैद्यनाथ प्रसाद ने 28 फरवरी को अंतिम सांसें ली थी. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और दिल्ली एम्स में उनका इलाज चल रहा था.
14 जून: सुशांत सिंह राजपूत का निधन
इस साल की सबसे चर्चित और दुखद घटनाओं में से एक था बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत का निधन. सुशांत सिंह राजपूत की संदेहास्पद परिस्थितियों में 14 जून को मुंबई में मृत्यु हो गई. उनके मौत के कारणों की जांच सीबीआई कर रही है. सुशांत सिंह ने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया और बिहार को एक नई पहचान दी. उनकी मौत को लेकर कई सवाल खड़े हुए. काफी विवाद के बाद बिहार सरकार ने उनकी मौत की जांच सीबीआई से कराने का फैसला किया.
21 जुलाई: एमएलसी सुनील कुमार सिंह का निधन
कोरोना संक्रमण से बिहार में पहले जिस बड़े नेता का निधन हुआ वे थे बीजेपी के एमएलसी सुनील कुमार सिंह. दरभंगा के रहने वाले सुनील कुमार सिंह कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद पटना एम्स में भर्ती कराए गए थे. उनकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई. 21 जुलाई को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
13 सितंबर: रघुवंश प्रसाद सिंह का निधन
राजद के कद्दावर नेता रघुवंश प्रसाद सिंह की मौत भी कोरोना संक्रमण के चलते हुई. पूर्व केंद्रीय मंत्री का 13 सितंबर को हुआ था. जून में वह कोरोना संक्रमित पाए गए थे. 14 दिन बाद वे ठीक भी हो गए, लेकिन संक्रमण से पूरी तरह उबर नहीं पाए. अगस्त में उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
8 अक्टूबर: रामविलास पासवान का निधन
बिहार के दिग्गज नेताओं में से एक केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का 8 अक्टूबर को निधन हो गया था. दिल की बीमारी से जूझ रहे रामविलास पासवान ने 74 साल की उम्र में अस्पताल में आखिरी सांस ली. रामविलास पासवान ने केंद्रीय मंत्री के रूप में कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया. रामविलास पासवान नरेंद्र मोदी कैबिनेट के अलावा वीपी सिंह, एचडी देवे गौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल, अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह कैबिनेट का हिस्सा रह चुके थे.
12 अक्टूबर: विनोद सिंह का निधन
बिहार के तत्कालीन पिछड़ा अति पिछड़ा कल्याण मंत्री विनोद सिंह का 12 अक्टूबर को दिल्ली के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था. वह कई दिनों से बीमार थे. जून में उन्हें कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ था. इसके बाद वे ठीक हो गए थे, लेकिन अगस्त में उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया था. बिहार सरकार के तत्कालीन पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत का कोरोना संक्रमण के कारण 16 अक्टूबर को निधन हो गया था.
18 नवंबर: मृदुला सिन्हा का निधन
गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा का 18 नवंबर को निधन हो गया. मुजफ्फरपुर की रहने वालीं मृदुला सिन्हा की पहचान एक साहित्यकार और शिक्षाविद के रूप में थी. मृदुला सिन्हा वर्ष 2014 से 2019 तक गोवा की राज्यपाल रहीं थीं. उन्हें दीनदयाल उपाध्याय पुरस्कार समेत साहित्य से जुड़े कई पुरस्कार मिले थे.
इस साल जॉर्ज फर्नांडीज और वशिष्ठ नारायण सिंह को पद्म अवार्ड से सम्मानित किया गया. दोनों विभूतियों को मरणोपरांत पद्म अवार्ड से सम्मानित किया गया.