पटना: एलजेपी (LJP) में जारी बगावत के बीच अब पार्टी में पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) का विरोध भी शुरू हो गया है. कार्यकर्ताओं ने आज राजधानी स्थित प्रदेश कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और पांचों सांसदों के खिलाफ नारेबाजी की. हंगामा करने वाले सभी चिराग पासवान (Chirag Paswan) के समर्थक थे. करीब 20-25 चिराग समर्थकों ने एलजेपी कार्यालय पहुंचकर बवाल काटा. इन लोगों ने संसदीय दल के नेता पशुपति कुमार पारस के विरोध में जोरदार नारेबाजी की.
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पशुपति पारस 'मुर्दाबाद' के नारे
चिराग पासवान के समर्थन में उतरे इन कार्यकर्ताओं ने पशुपति पारस मुर्दाबाद के नारे लगाए. इन लोगों का गुस्सा उपाध्यक्ष सुरजभान सिंह, नवादा से सांसद चंदन सिंह, खगड़िया से सांसद महबूब अली कैसर, वैशाली से सांसद वीणा देवी और समस्तीपुर के सांसद प्रिंस राज के खिलाफ भी दिखा.
बागी सांसदों के पोस्टर पर पोती कालिख
नाराज समर्थकों ने कार्यालय के बाहर लगे सभी पांचों सांसदों के पोस्टरों पर अपना गुस्सा उतारा और उन पर कालिख पोती. इनका सीधा आरोप है कि इन लोगों ने पार्टी के साथ गद्दारी की है. इन्हें बिहार की जनता कभी माफ नहीं करेगी. ऐसे लोगों को किसी को मुंह दिखाने का भी अधिकार नहीं है.
नीतीश के शह पर 'गद्दारी'!
आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पशुपति पारस समेत सभी पांचों सांसदों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर एलजेपी को तोड़ा है.
चिराग के साथ कार्यकर्ता
इन लोगों का दावा है कि प्रदेश का हर आम कार्यकर्ता आज भी चिराग पासवान के साथ है. इनके मुताबिक नीतीश कुमार के शह पर पशुपति पारस ने जिस साजिश को अंजाम दिया है, वह कभी कामयाब नहीं होगा. क्योंकि रामविलास पासवान के असली उत्तराधिकारी चिराग पासवान ही हैं. हम सब उनके साथ हैं और आगे भी रहेंगे.
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एलजेपी में बड़ी टूट
आपको बताएं कि 6 में से 5 सांसदों ने एलजेपी में बगावत कर अपना नया खेमा बना लिया है. लोकसभा अध्यक्ष ने पशुपति पारस को संसदीय दल के नेता के रुप में मान्यता भी दे दी है. वहीं सूरजभान सिंह को नया कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया है. अगले 4 से 5 दिनों में पारस को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जा सकता है. हालांकि इस बीच चिराग ने बड़ा फैसला लेते हुए सभी पांचों बागी सांसदों को पार्टी से निकाल दिया है. वे बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखेंगे.