पटना: राजधानी के बेली रोड पर केंद्रीय मंत्री की गाड़ी नहीं रोकना पुलिसवालों को महंगा पड़ गया. सांसद की गाड़ी नहीं रोकने पर पटना के कमिश्नर आनंद किशोर ने दारोगा और सिपाही को सस्पेंड करने का आदेश दे दिया. जिसके बाद उन्हें तत्काल निलंबित कर दिया गया.
पूरा मामला बेली रोड स्थित बिहार म्यूजियम के सामने का है. जहां कमिश्नर आनंद किशोर की अगुवाई में सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था. इस अभियान के दौरान अश्विनी चौबे के बेटे की गाड़ी वहां से गुजर रही थी. गाड़ी के शीशे पर काली फिल्म लगी पड़ी थी. जिसे दारोगा और सिपाही ने आधे घंटे तक रोके रखा लेकिन उनका चालान नहीं किया.
कार में सवार थे मंत्री के परिजन
गाड़ी में मंत्री के परिजन सवार थे. काली फिल्म वाली गाड़ी देख आनंद किशोर ने उसे पुलिस वालों को रोकने के लिए कहा, सांसद के बेटे की कार के पास कुछ पुलिसकर्मी गए और बोले कि आप रुकिए थोड़ी देर में हम चेकिंग करते हैं, और इसी तरह आधे घंटे बीत गए, लेकिन किसी ने भी गाड़ी के कागज चेक करने की जहमत नहीं उठाई.
दारोगा-सिपाही सस्पेंड
बाद में कार का ड्राइवर गाड़ी लेकर चला गया. जिसके बाद मीडिया ने कमिश्नर आनंद किशोर से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि दोषी पुलिसकर्मी बख्शे नहीं जाएंगे और इसके बाद आनंद किशोर ने कुछ लोगों के मोबाइल की फुटेज देखी और पुलिसकर्मियों को चिन्हित किया. इसके बाद उन्होंने तुरंत दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया.
ढील बरतने वाले पुलिस कर्मियों पर होगी कार्रवाई
आनंद किशोर ने सब इंस्पेक्टर देवपाल पासवान और सिपाही दिलीप चंद्र सिंह को निलंबित किया. आनंद किशोर ने वाहन चेकिंग अभियान के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों को शिथिलता बरतते देखा. जिसके बाद वहां मौजूद ट्रैफिक एसपी अमरकेश को उन पुलिसकर्मियों का नाम नोट कर कार्रवाई करने का भी आदेश दिया.