पटना: बिहार के पटना में राजद के प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को जमकर हंगामा (Protest At RJD Office In Patna) हुआ. मगध यूनिवर्सिटी के छात्रों ने 2017 से लेकर 2020 तक के सेशन को नियमित करने की मांग को लेकर हंगामा किया. दरअसल, राजद ऑफिस में मंगलवार को नए साल की पहली जनसुनवाई हुई. जिसमें शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर और विधि मंत्री डॉक्टर शमीम अहमद कार्यकर्ताओं से उनके क्षेत्र की समस्याओं के बारे में सुनवाई की. इसी कार्यक्रम को लेकर बड़ी संख्या में मगध यूनिवर्सिटी के छात्र भी जमा हो गए. उन्होंने शिक्षा मंत्री से मुलाकात करके अपनी बातों को पहुंचाने की कोशिश की.
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कड़ाके की ठंड में धरनाः शिक्षा मंत्री के द्वारा छात्रों से बात नहीं करने के बाद छात्र कड़ाके की ठंड में आरजेडी ऑफिस के बाहर जमीन पर ही धरने पर बैठ गए. जमकर नारेबाजी भी की. इन छात्रों का कहना था कि उन्हें हर बार केवल आश्वासन ही मिल रहा है. सेशन लेट होने और रिजल्ट वक्त पर नहीं आने के कारण किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में अपना आवेदन नहीं कर पा रहे हैं. उन सब का भविष्य अंधकारमय होते जा रहा है. छात्रों ने कहा कि कई बार सेशन नियमित करने की मांग की गई है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
हर बार मिलता आश्वासनः छात्रों ने कहा कि हमलोग 2019-22 सेशन के हैं. लेकिन अब तक पार्ट वन का रिजल्ट नहीं आया है. पिछले 2022 के अप्रैल से सेशन को नियमित करने की मांग कर रहे हैं. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. कुलपित बदल जा रहा है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. पिछली बार 5 सितंबर को शिक्षा मंत्री से मिले थे. उन्होंने कहा था कि एक माह के अंदर सब ठीक हो जाएगा. लेकिन कुलपति ही बदल गए. हर बार यही कहा जाता है कि एक महीने में रिजल्ट जारी होगा मगर कभी नहीं होता है. अभी तक पार्ट टू का रिजल्ट जारी नहीं किया गया है.
सांसद ने राज्यपाल से की थी मुलाकातः बता दें कि इससे पहले भी राज्यसभा सांसद ने राज्यपाल से मुलाकात कर सेशन नियमित करने के लिए आवेदन दिया था. जिसपर राज्यपाल ने आश्वासन दिया था कि जनवरी से सेशन को नियमित करने का काम किया जाएगा. हर तीन माह पर परीक्षा लेकर सेशन को नियमित किया जाएगा. बता दें कि 2018 से लेकर 2022 तक का सभी सेशन लेट है. जिस वजह से छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
2 सालों की पीजी पांच साल में पूराः मगध विश्वविद्यालय में स्नातक सत्र 2018-21 के पार्ट-2 का रिजल्ट अभी तक नहीं आया है. सत्र 2019-22 के पार्ट-1 का भी रिजल्ट नहीं आया है. सत्र 2020-23 तथा 2021-24 का एक भी परीक्षा नहीं हुई है. स्नातकोत्तर में सत्र 2020-22 व 2021-23 की एक भी परीक्षा नहीं ली गई. आलम यह है कि 2018 के छात्रों का स्नातक अभी तक क्लियर नहीं हो सका है. वहीं, 2 सालों की पीजी कोर्स के लिए पांच साल से अधिक लग रहा है.