पटना : सचिवालय स्थित कार्यालय कक्ष में सूचना प्रावैधिकी विभाग में केंद्र और राज्य सरकार के आला अधिकारियों के साथ डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने समीक्षा बैठक की. इस दौरान केन्द्र सरकार के अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि पटना के पाटलिपुत्र इंडस्ट्रियल एरिया में 3 एकड़ भूमि पर बने सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) के विस्तारीकरण के अलावा दरभंगा और भागलपुर में एसटीपीआई केन्द्र तथा बक्सर और मुजफ्फरपुर में नाइलेट सेंटर (राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान) का निर्माण मार्च, 2020 तक प्रारंभ कर दिया जाएगा.
एसटीपीआई पटना में कार्यरत 12 बीपीओ के तहत 1876 लोगों का नियोजन हुआ है. भारत नेट परियोजना के दूसरे चरण में शेष 2,854 पंचायतों में से 1,694 में फाइबर बिछाने के साथ प्रथम और दूसरे चरण में राज्य की कुल 8,364 पंचायतों में से 7,625 पंचायतों में फाइबर बिछाने व उपकरण अधिष्ठापित करने का कार्य पूरा हो चुका है. राज्य सरकार 5,200 पंचायतों में कार्यरत कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) को प्रति महीने 3,500 रुपये उपलब्ध करा रही है, जिनके माध्यम से गांव के लोगों को इंटरनेट से जुड़ी अनेक सेवाएं मिल रही हैं.
दरभंगा, भागलपुर में एसटीपीई केंद्र
एसटीपीई केंद्र की स्थापना के लिए दरभंगा और भागलपुर के आईटीआई महाविद्यालयों में राज्य सरकार की ओर से निशुल्क दो-दो एकड़ भूमि उपलब्ध करा दी गयी है. इन दोनों जगहों पर शुरुआत में 10-10 हजार वर्गफीट ऑफिस स्पेस का निर्माण किया जाएगा. पटना एसटीपीआई को 53 करोड़ की लागत से एक लाख वर्गफीट अतिरिक्त छह मंजिला ऑफिस क्षेत्र के विस्तारीकरण के लिए राज्य सरकार ने 27 करोड़ रुपया उपलब्ध करा दिया है.
बक्सर और मुजफ्फरपुर में नाइलेट केंद्र
इसके साथ ही बक्सर और मुजफ्फरपुर में 1000 प्रशिक्षण क्षमता के नाइलेट केन्द्र की स्थापना हेतु निशुल्क भूमि हस्तांतरित की जा चुकी है. सीपीडब्ल्यूडी के माध्यम से शीघ्र ही दोनों जगहों पर 9.34 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा. बैठक में इन सभी बातों से प्रमुखता से रखा गया है.