पटना: बिहार की राजधानी पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों ने अपनी मांग रखने का अलग तरीका चुना. रविवार को वीरचंद पटेल पथ पर राजद कार्यालय के आगे अभ्यर्थियों ने भैंस पर बैठकर प्रदर्शन(STET Candidate Protest outside RJD office in Patna ) किया. बिहार सरकार और शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की और शिक्षक बहाली जनवरी माह के अंत तक निकालने की मांग की. लंबे समय से सातवें चरण के शिक्षक बहाली की मांग हो रही है. अभ्यर्थियों ने कहा कि तेजस्वी यादव जब विपक्ष में थे, तो शिक्षक अभ्यर्थियों के हित में कई बार खड़े हो चुके हैं, लेकिन सरकार में आने के बाद शिक्षक अभ्यर्थियों को सिर्फ आश्वासन मिला है.
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सरकार और शिक्षा मंत्री की दशा भैंस वाली हो गई है: शिक्षक अभ्यर्थी राजीव ने कहा कि साल 2019 में वह लोग एसटीईटी पास कर चुके हैं और उसके बाद से अब तक वैकेंसी के इंतजार में बेरोजगार बैठे हुए हैं. उन्होंने कहा कि आज भैंस को लेकर भैंस पर बैठकर प्रदर्शन कर वह यह बता रहे हैं कि जिस प्रकार भैंस के सामने बीन बजाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. वहीं भैंस की स्थिति आज बिहार सरकार की हो गई है, जहां सरकार के सामने कई बार अभ्यर्थी वैकेंसी की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सिर्फ आश्वासन मिला है. वैकेंसी निकालने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. नई सरकार के गठन के बाद से शिक्षा मंत्री सिर्फ वैकेंसी जल्द आने का आश्वासन दे रहे हैं लेकिन यह जल्द कब होगा पता नहीं चल रहा.
"हमलोग एसटीईटी पास कर चुके हैं और उसके बाद से अब तक वैकेंसी के इंतजार में बेरोजगार बैठे हुए हैं. आज भैंस को लेकर भैंस पर बैठकर प्रदर्शन कर वह यह बता रहे हैं कि जिस प्रकार भैंस के सामने बीन बजाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. वहीं भैंस की स्थिति आज बिहार सरकार की हो गई है, जहां सरकार के सामने कई बार अभ्यर्थी वैकेंसी की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सिर्फ आश्वासन मिला है"- राजीव, शिक्षक अभ्यर्थी
एएसईआर की रिपोर्ट में भी बिहार की शिक्षा के स्तर में गिरावटः शिक्षक अभ्यर्थी रोहित ने कहा कि एएसईआर की जो अभी का रिपोर्ट आई है वह भी बता रहा है कि बिहार में शिक्षा की स्थिति और खराब होती जा रही है. इसका कारण है कि माध्यमिक विद्यालय और उच्च विद्यालयों में शिक्षकों की घोर कमी है. शिक्षकों की कमी होने की वजह से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है और अभ्यर्थी भी बेरोजगार बैठे हुए हैं. प्रदेश में शिक्षा के गिरते स्तर को बचाने के लिए सरकार को अविलंब शिक्षक बहाली निकालने की जरूरत है.
जनवरी अंत तक सातवें चरण की बहाली की मांगः अभ्यर्थी रंजन ने कहा कि अगर सरकार जनवरी माह के अंत तक सातवें चरण के शिक्षक बहाली का नोटिफिकेशन जारी नहीं करती है तो तमाम अभ्यर्थी उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे. नौकरी के इंतजार में अभ्यर्थी बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं और घर परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. भैंस पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थी ओमप्रकाश ने कहा कि तेजस्वी यादव सरकार में आने से पहले युवा के हितों की बहुत बातें करते थे और 10 लाख नौकरी देने का वादा किए थे, लेकिन सरकार में आने के बाद वह इन बातों को भूल गए हैं.
सभी अभ्यर्थी देंगे इच्छा मृत्यु का आवेदनः शिक्षक अभ्यर्थियों ने कहा कि आज जो भैंस है उसकी स्थिति बिहार सरकार की है कि उसके सामने कुछ भी बोलने का असर नहीं होता. ओमप्रकाश ने कहा कि वह जिस लड़की से प्यार करते थे, उसकी दूसरी जगह शादी हो गई. क्योंकि वह एसटीइटी क्वालीफाई करने के बाद भी 4 वर्षों से बेरोजगार है. परिवार वाले घर से निकालने की धमकी दे रहे हैं कि कहीं कुछ कमाओ, घर में बैठकर मत खाओ. ओमप्रकाश ने रोते हुए कहा कि वह बेरोजगारी के दंश से बुरी तरह टूट चुके हैं और सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि अविलंब सातवें चरण की बहाली निकाले नहीं तो तमाम शिक्षक अभ्यर्थी इच्छा मृत्यु के लिए आवेदन डालेंगे.
"मैं जिस लड़की से प्यार करते था, उसकी दूसरी जगह शादी हो गई. क्योंकि मैं एसटीइटी क्वालीफाई करने के बाद भी 4 वर्षों से बेरोजगार है. परिवार वाले घर से निकालने की धमकी दे रहे हैं कि कहीं कुछ कमाओ, घर में बैठकर मत खाओ. बेरोजगारी के दंश से बुरी तरह टूट चुके हैं और सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि अविलंब सातवें चरण की बहाली निकाले नहीं तो तमाम शिक्षक अभ्यर्थी इच्छा मृत्यु के लिए आवेदन डालेंगे"- ओम प्रकाश, शिक्षक अभ्यर्थी