पटनाः बिहार पुलिस हाईटेक हो रही है. जिले के एसपी एक क्लिक से अपने क्षेत्र के सभी थानों की स्टेशन डायरी में क्या-क्या दर्ज है जान सकेंगे. इसके अलावा थाना का कौन सा अधिकारी कहां ड्यूटी कर रहा है, किस अपराधी को कब पकड़ कर थाने लाया गया, इन सभी सवालों का जवाब ऑनलाइन दिख सकेगा. एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने सोमवार को प्रेस कांंफ्रेंस कर यह जानकारी दी.
कल से पटना में नई व्यवस्थाः जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि राज्य के सभी थानों में इसकी शुरुआत होगी. फिलहाल, कल यानी कि मंगलवार 5 दिसंबर से पटना के सभी जिलों में यह व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी. राज्य के अन्य थानों में 15 दिसंबत तक यह व्यवस्था शुरू करा दी जाएगी. उन्होंने बताया कि एक जनवरी 2024 से थाने में फिजिकल स्टेशन डायरी नहीं रखी जाएगी.
"अब डिजिटल तरीके से स्टेशन डायरी ऑनलाइन रहेगी. फिजिकल स्टेशन डायरी को बंद कर दिया जाएगा. इसके काफी सारे फायदे होंगे. कौन से आवेदन कब थाने में आया, किस प्रकार की घटना हुई, कौन से अपराधी पकड़े गए साथ ही कौन से अधिकारी की कहां ड्यूटी लगी थी, इन तमाम चीजों की जानकारी डिजिटल तरीके से ऑनलाइन रहेगी."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी पुलिस मुख्यालय
ऑनलाइन प्राथमिकी होगीः एडीजी मुख्यालय ने बताया कि बिहार में ऑनलाइन प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू है. सीसीटीएनएस (Crime and Criminal Tracking Network and Systems) के माध्यम से बिहार के सभी थानों में ऑनलाइन प्राथमिकी दर्ज होगी. कोर्ट कचहरी में भी ऑनलाइन शिकायत पहुंचायी जाएगी. बता दें कि सीसीटीएनएस से अपराधियों की भी ऑनलाइन ट्रैकिंग की जा सकेगी. सीसीटीएनएस के माध्यम से डायरेक्ट कंप्यूटर में ऑनलाइन एफआईआर दर्ज की जाएगी.
क्या है CCTNS: सीसीटीएनएस भारत सरकार की परियोजना है. इसका उद्देश्य अपराध की जांच और अपराधियों की पहचान से संबंधित आईटी आधारित स्टेट ऑफ आर्ट ट्रैकिंग प्रणाली का विकास करना है. इसके लिए ई-गवर्नेंस के सिद्धांत के तहत राष्ट्रव्यापी नेटवर्किंग संरचना तैयार की जा रही है. इस सिस्टम से जोड़ने पर देश के किसी भी थाने से किसी अपराधी के बारे में पूरी जानकारी ऑनलाइन मिलेगी.
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