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'न्यूज देखकर पता चला कि मेरे भाई को आतंकियों ने गोली मार दी.. कश्मीर में दहशत में हैं लोग'

कश्मीर में मारे गये बिहार के दो मजदूर के पार्थिव शरीर को लेने के लिये उनके परिजन पटना एयरपोर्ट पहुंचे. जहां उन्होंने कहा कि वहां स्थिति बहुत खराब है. लोग दहशत में हैं और अब सभी लोग वापस घर आ रहे हैं. पढ़िये पूरी खबर..

शव लेने पटना एयरपोर्ट पहुंचे परिजन
शव लेने पटना एयरपोर्ट पहुंचे परिजन
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Published : Oct 20, 2021, 7:22 AM IST

पटना: कश्मीर में रविवार को आतंकियों ने बिहार के दो लोगों की गोली मारकर हत्या (Shot Dead) कर दी थी. जिसके शव को लेने के लिये उनके परिजन पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे. रुआंसे आवाज में परिजनों का कहना था कि अब लोग काम धंधा करने कश्मीर नहीं जाएंगे. परिजनों ने कहा कि राजा ऋषिदेव की उम्र मात्र 16 साल थी और वो चार महीने से कश्मीर में मकान बनाने का काम करता था.

ये भी पढ़ें:तस्वीर हाथ में लिए मजदूर योगेंद्र के बच्चे पूछ रहे पिता का हाल, बोली पत्नी- पता नहीं कौन मार दिया

आतंकियों की गोली के शिकार हुए योगेंद्र ऋषिदेव के पार्थिव शरीर को लेने के लिए उनके छोटे भाई महिंदर कुमार और राजा ऋषिदेव के शव को लेने के लिए उनके चाचा विद्यानंद सिंह पटना एयरपोर्ट (Patna Airport) पहुंचे. राजा ऋषिदेव के चाचा विद्यानन्द सिंह ने कहा कि 17 तारीख को उनको फोन से मौत की खबर मिली. जिसके बाद फोटो भेजा गया, तब पता चला कि मेरा ही भतीजा है जिसको आतंकवादी ने मारा है.

देखें वीडियो

राजा ऋषिदेव के चाचा ने कहा कि हमलोग बहुत दहशत में आ गए. हम लोग गरीब आदमी हैं. कमाने खाने के लिये मेरा भतीजा वहां गया था और आतंकियों ने मार दिया. अब वहां मेरे गांव के जो लोग हैं वो भी वापस आ रहे हैं. सबने कल ही बस पकड़ लिया है. वहीं एयरपोर्ट पर पहुंचे योगेंद्र ऋषिदेव का छोटा भाई महिंदर कुमार ने बताया कि न्यूज देखकर उन लोगों को पता चला कि मेरे भाई को आतंकवादियों ने मारा है.

मृतक योगेंद्र ऋषिदेव के भाई ने कहा कि वह बैंगलुरू में थे. समाचार मिलने के बाद उन्होंने कंन्फर्म किया. जिसके बाद फ्लाइट पकड़ कर पटना आये हैं और अपने भाई के शव को लेकर गांव जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि बहुत बड़ी घटना हो गयी है. मेरे भाई के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. कमाने के लिए वो कश्मीर गया था, चार महीने से वहां था. राजमिस्त्री का काम करता था और अचानक उसकी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. उसके साथ गांव के दो लोग और थे जो आज ही वापस आ रहे हैं.

बता दें कि आतंकियों ने कुलगाम के वनपोह इलाके के मकान में घुसकर 3 बिहारी मजदूरों को गोली मारी थी, जिसमें दो की मौत हो गई थी. रानीगंज के मिर्जापुर का चुनचुन ऋषिदेव आतंकवादी की गोली से घायल हुए थे. जिनका इलाज कश्मीर में ही चल रहा है. मरने वालों में अररिया प्रखंड के बंगामा पंचायत स्थित खेरूगंज के योगेंद्र ऋषिदेव भी शामिल थे. वहीं एक दूसरे मजदूर राजा ऋषि देव रानीगंज प्रखंड के बसैठी के रहने वाले थे.

दरअसल, जम्मू कश्मीर में सेना के एंटी टेरर ऑपरेशन से बौखलाए आतंकी एक के बाद एक गैर कश्मीरियों की हत्या कर रहे हैं. 11 दिन में चार बिहारियों की हत्या कर दी गई है. बीते 5 अक्टूबर को भागलपुर के जगदीशपुर के रहने वाले वीरेंद्र पासवान की श्रीनगर के लाल बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वीरेंद्र वहां ठेला लगाकर गोलगप्पा बेचते थे. इसके बाद शनिवार को बांका के परघड़ी गांव के रहने वाले अरविंद कुमार साह की श्रीनगर के ईदगाह क्षेत्र स्थित एक पार्क के बाहर आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. वहीं रविवार यानी 17 अक्टूबर की शाम कुलगाम के वनपोह इलाके में अररिया जिले के रहने वाले राजा ऋषिदेव और योगेंद्र ऋषिदेव को मौत के घाट उतार दिया.

ये भी पढ़ें:बिहारियों को दे दीजिए कश्मीर, आतंकियों को कुछ दिन में सुधार देंगे: मांझी

पटना: कश्मीर में रविवार को आतंकियों ने बिहार के दो लोगों की गोली मारकर हत्या (Shot Dead) कर दी थी. जिसके शव को लेने के लिये उनके परिजन पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे. रुआंसे आवाज में परिजनों का कहना था कि अब लोग काम धंधा करने कश्मीर नहीं जाएंगे. परिजनों ने कहा कि राजा ऋषिदेव की उम्र मात्र 16 साल थी और वो चार महीने से कश्मीर में मकान बनाने का काम करता था.

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आतंकियों की गोली के शिकार हुए योगेंद्र ऋषिदेव के पार्थिव शरीर को लेने के लिए उनके छोटे भाई महिंदर कुमार और राजा ऋषिदेव के शव को लेने के लिए उनके चाचा विद्यानंद सिंह पटना एयरपोर्ट (Patna Airport) पहुंचे. राजा ऋषिदेव के चाचा विद्यानन्द सिंह ने कहा कि 17 तारीख को उनको फोन से मौत की खबर मिली. जिसके बाद फोटो भेजा गया, तब पता चला कि मेरा ही भतीजा है जिसको आतंकवादी ने मारा है.

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राजा ऋषिदेव के चाचा ने कहा कि हमलोग बहुत दहशत में आ गए. हम लोग गरीब आदमी हैं. कमाने खाने के लिये मेरा भतीजा वहां गया था और आतंकियों ने मार दिया. अब वहां मेरे गांव के जो लोग हैं वो भी वापस आ रहे हैं. सबने कल ही बस पकड़ लिया है. वहीं एयरपोर्ट पर पहुंचे योगेंद्र ऋषिदेव का छोटा भाई महिंदर कुमार ने बताया कि न्यूज देखकर उन लोगों को पता चला कि मेरे भाई को आतंकवादियों ने मारा है.

मृतक योगेंद्र ऋषिदेव के भाई ने कहा कि वह बैंगलुरू में थे. समाचार मिलने के बाद उन्होंने कंन्फर्म किया. जिसके बाद फ्लाइट पकड़ कर पटना आये हैं और अपने भाई के शव को लेकर गांव जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि बहुत बड़ी घटना हो गयी है. मेरे भाई के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. कमाने के लिए वो कश्मीर गया था, चार महीने से वहां था. राजमिस्त्री का काम करता था और अचानक उसकी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. उसके साथ गांव के दो लोग और थे जो आज ही वापस आ रहे हैं.

बता दें कि आतंकियों ने कुलगाम के वनपोह इलाके के मकान में घुसकर 3 बिहारी मजदूरों को गोली मारी थी, जिसमें दो की मौत हो गई थी. रानीगंज के मिर्जापुर का चुनचुन ऋषिदेव आतंकवादी की गोली से घायल हुए थे. जिनका इलाज कश्मीर में ही चल रहा है. मरने वालों में अररिया प्रखंड के बंगामा पंचायत स्थित खेरूगंज के योगेंद्र ऋषिदेव भी शामिल थे. वहीं एक दूसरे मजदूर राजा ऋषि देव रानीगंज प्रखंड के बसैठी के रहने वाले थे.

दरअसल, जम्मू कश्मीर में सेना के एंटी टेरर ऑपरेशन से बौखलाए आतंकी एक के बाद एक गैर कश्मीरियों की हत्या कर रहे हैं. 11 दिन में चार बिहारियों की हत्या कर दी गई है. बीते 5 अक्टूबर को भागलपुर के जगदीशपुर के रहने वाले वीरेंद्र पासवान की श्रीनगर के लाल बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वीरेंद्र वहां ठेला लगाकर गोलगप्पा बेचते थे. इसके बाद शनिवार को बांका के परघड़ी गांव के रहने वाले अरविंद कुमार साह की श्रीनगर के ईदगाह क्षेत्र स्थित एक पार्क के बाहर आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. वहीं रविवार यानी 17 अक्टूबर की शाम कुलगाम के वनपोह इलाके में अररिया जिले के रहने वाले राजा ऋषिदेव और योगेंद्र ऋषिदेव को मौत के घाट उतार दिया.

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