पटना: 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पर कांग्रेस और आरजेडी ने बैठक की. देर शाम तक चली इस बैठक में पूर्व सीएम राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदनमोहन झा के साथ-साथ सदानंद सिंह और अखिलेश सिंह मौजूद रहे.
विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक की गई है. दोनों दलों ने आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया है. ऐसी जानकारी है कि को-ऑर्डिनेशन कमेटी को लेकर भी चर्चा की गई है.
क्या बोले गोहिल
- शक्ति सिंह गोहिल ने ईटीवी भारत को दी जानकारी को-आर्डिनेशन को लेकर महागठबंधन में नहीं है कोई परेशानी.
- समय आने पर सारे मामले सुलझा लिए जाएंगे.
- तेजस्वी यादव ने खाने पर बुलाया था.
- चुनाव को लेकर हुई है चर्चा.
- हमारे बीच नहीं है कोई परेशानी
- शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि मांझी से भी बात होगी.
- मांझी ने कल चाय पर बुलाया है, कल उनसे मिलने वाले हैं.
- उपेंद्र कुशवाहा से भी उनकी बात हो चुकी है. हमारे महागठबंधन में कोई परेशानी नहीं है.
को-ऑर्डिनेशन कमेटी को लेकर महागठबंधन में संशय बरकरार है. एक तरफ हम, रालोसपा समेत सभी पार्टियां लगातार को-ऑर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग पर अड़ी हैं. दूसरी तरफ राजद ने इस मामले में पूरी तरह चुप्पी साध रखी है. मांझी के एक के बाद एक कई अल्टीमेटम की समय सीमा पार हो चुकी है फिर भी राष्ट्रीय जनता दल अपने पत्ते नहीं खोल रहा. इन सबके बीच कांग्रेस नेताओं ने बुधवार देर शाम तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी से मुलाकात की है.
कांग्रेस ने आयोजित की प्रेस वार्ता
कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल गुरुवार को दोपहर 12:00 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, जिसमें वे तमाम मुद्दों पर अपनी राय जाहिर करेंगे. हालांकि, जब तक राजद की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आ जाता, तब तक यह कहना मुश्किल है कि को-आर्डिनेशन कमेटी को लेकर कोई पहल हुई है या नहीं. राष्ट्रीय जनता दल यह कई बार साफ कर चुका है कि आगामी चुनाव में तेजस्वी यादव ही उनके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे.
हाल के दिनों में जितनी भी बैठक और समारोह राष्ट्रीय जनता दल में हुए हैं. उसमें तेजस्वी बार-बार लोगों से यह अनुरोध करते नजर आए हैं कि आप हमें एक मौका दीजिए. हम आप सबको साथ लेकर चलेंगे.
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सूत्रों की मानें, तो खबर ऐसी भी है कि बिहार महागठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमेटी पर सहमति नहीं बनी है. आगामी चुनाव तेजस्वी के नेतृत्व में लड़ा जा सकता है. वहीं, जीतन राम मांझी को मनाने की कवायद की जाएगी.