पटनाः नागरिकता संशोधन को लेकर राजधानी पटना में सड़कों पर विपक्षी नेता भी आंदोलन में शामिल हो रहे हैं. 24 घंटे लोग धरना स्थल पर बैठे हैं और कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं. बीजेपी ने विपक्ष को कटघरे में खड़ा किया है. पार्टी की ओर से विपक्ष पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया गया है.
कई इलाकों में हो रहा आंदोलन
राजधानी पटना के कई इलाकों में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ लोग आंदोल कर रहें हैं. महागठबंधन और वाम दलों के नेता लगातार वहां पहुंचकर लोगों को संबोधित कर रहे हैं. इस पर बीजेपी ने विपक्ष पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया है. पार्टी की ओर से कहा गया कि विपक्ष लोगों को भड़का कर और संसाधन मुहैया कराकर आंदोलन करवा रहा है.
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विपक्ष कर रही है साजिश
पार्टी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि लोग आंदोलन नहीं कर रहे हैं. बल्कि उन्हें भड़का कर और उकसा कर राजनीतिक दलों के लोग सड़क पर लाए हैं. राजनीतिक दल अपना वोट बैंक साधने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. बीजेपी नेता ने कहा कि पाकिस्तानी मुसलमानों को नागरिकता दिलवाने के लिए यह आंदोलन चलाया जा रहा है. यह लोग राष्ट्र विरोधी तत्व हैं.
कई दिनों से जारी है आंदोलन
बता दें कि दिल्ली के शाहीनबाग में सीएए और एनपीआर के खिलाफ एक महिने से ज्यादा दिनों से आंदोलन जारी है. उसी के तर्ज पर बिहार के भी कई जिलों में सीएए और एनपीआर के खिलाफ आंदोलन चल रहा है. जिसे बीजेपी के लोग सही नहीं ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि सीएए को लेकर मुसलमानों को भड़काया जा रहा है. वहीं, विपक्ष के लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार के जरिए लाया गया यह कानून देश हित में नहीं है, इसे वापस लेना ही होगा.