पटनाः बिहार विधानसभा अध्यक्ष के लिए जहां एनडीए की ओर से बीजेपी के विधायक विजय सिन्हा उम्मीदवार बनाए गए हैं तो वहीं महागठबंधन ने अवध बिहारी चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा है. दोनों ने नॉमिनेशन कर दिया है.
विधानसभा अध्यक्ष के पद पर चुनाव को लेकर बीजेपी के पूर्व मंत्री प्रेम कुमार का कहना है विपक्ष के साथ बातचीत की जाएगी. सर्वानुमति बनाने की कोशिश होगी, इसके बाद भी अगर विपक्ष नहीं माना तो चुनाव होगा और एनडीए की जीत होगी.
दोनों तरफ से हो रहा जीत का दावा
बिहार विधानसभा अध्यक्ष के लिए नॉमिनेशन आज हो गया. बीजेपी के लखीसराय से विधायक और पूर्व मंत्री विजय सिन्हा ने एनडीए की ओर से नामांकन किया है तो वहीं महागठबंधन की ओर से सिवान से विजई उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी ने नामांकन किया है. दोनों ओर से जीत का दावा हो रहा है.
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'एनडीए के साथ है बहुमत'
पूर्व मंत्री और गया सदर से विधायक प्रेम कुमार का कहना है कि विधानसभा अध्यक्ष पद पर परंपरा रही है कि सबकी सहमति से ही चयन किया जाता रहा है. इस बार भी पूरी कोशिश होगी. प्रेम कुमार का यह भी कहना है कि अगर विपक्ष नहीं माना तो चुनाव होना तय है और एनडीए के पास बहुमत है, इसलिए एनडीए उम्मीदवार की जीत भी पक्की है.
दिलचस्प होगा अध्यक्ष पद का चुनाव
विधानसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव 25 नवंबर को होगा. लेकिन विपक्ष के तरफ से उम्मीदवार दिए जाने के कारण चुनाव होना तय माना जा रहा है. तेजस्वी यादव ने बहुमत होने की बात भी कही है. ऐसे में अध्यक्ष पद का चुनाव दिलचस्प बन गया है.