पटना: बिहार के महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का गुरुवार को पीएमसीएच में निधन हो गया. लेकिन, अस्पताल की लापरवाही ने स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल कर रख दी. हालत ऐसी थी कि एम्बुलेंस नहीं होने के कारण वशिष्ठ बाबू की पार्थिव शरीर घंटों स्ट्रेचर पर पड़ी रही. हालांकि, अस्पताल अधीक्षक ने इस बात की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेते हुए कार्रवाई करने की बात कही है.
परिजनों का आरोप
गुरुवार को गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का निधन सुबह साढ़े 8 बजे पीएमसीएच में हो गया. जिसके बाद परिजनों ने यह आरोप लगाया कि उनकी पार्थिव शरीर को घर ले जाने के लिए अस्पताल में एम्बुलेंस तक नहीं था. परिजनों का आरोप यह भी है कि एम्बुलेंस नहीं होने के कारण 2 घंटे तक उनकी पार्थिव शरीर स्ट्रेचर पर रखी रही.
'जांच के बाद होगी कार्रवाई'
इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए अस्पताल अधीक्षक राजीव रंजन ने कहा कि वशिष्ठ नारायण सिंह का सम्मान पूरा पीएमसीएच प्रशासन करता है. उन्होंने कहा कि पीएमसीएच पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और अगर कहीं चूक हुई है तो उसपर जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
'15 मिनट में आई एम्बुलेंस'
अधीक्षक राजीव रंजन ने यह भी कहा कि परिजनों का अस्पताल प्रशासन पर एम्बुलेंस मुहैया नहीं कराने का आरोप गलत है. उन्होंने कहा कि करीब पंद्रह मिनट के अंदर ही एम्बुलेंस मुहैया करा दी गई थी.